मणिपुर में हिंसा से प्रभावित लोगों के लिए कानूनी और मानवीय सहायता को मजबूत करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के छह जज 22 मार्च को राज्य के राहत शिविरों का दौरा करेंगे। यह कदम राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) के मिशन के तहत उठाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य प्रभावित समुदायों को न्याय और सहायता प्रदान करना है।
मोदी तो नहीं गए, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के 6 जज क्यों जा रहे हैं मणिपुर?
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- सत्य ब्यूरो
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- 19 Mar, 2025
जस्टिस बी आर. गवई के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट के छह न्यायाधीश 22 मार्च को मणिपुर के राहत शिविरों का दौरा करेंगे, ताकि वहां कानूनी और मानवीय सहायता को बढ़ावा दिया जा सके। सुप्रीम कोर्ट का यह महत्वपूर्ण कदम है। क्योंकि विपक्ष लगातार मांग कर रहा था कि पीएम मोदी को मणिपुर जाना चाहिए। लेकिन मोदी नहीं गए तो नहीं गए। हालांकि नेता विपक्ष राहुल गांधी ने वहां की दो यात्राएं कीं।

3 मई, 2023 को मणिपुर में शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा के लगभग दो साल बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हुई है। इस हिंसा में सैकड़ों लोगों की जान गई और 50,000 से अधिक लोग विस्थापित हो गए। आज भी हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। NALSA के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के जजों का यह दौरा इन प्रभावित समुदायों की कानूनी और मानवीय जरूरतों को उजागर करता है। यह कदम इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि हिंसाग्रस्त मणिपुर के लोगों से सहानुभूति जताने पीएम मोदी आज तक नहीं गए। विपक्ष ने यह मांग संसद से लेकर सड़क तक की। लेकिन मोदी नहीं पसीजे और मणिपुर नहीं गए।