कवि के खिलाफ पंजाब पुलिस ने 12 अप्रैल को रूप नगर थाने में समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, आपराधिक साजिश, धर्म या नस्ल के आधार पर दुश्मनी पैदा करने के इरादे से समाचार प्रकाशित करने या प्रसारित करने का मामला दर्ज किया था। पुलिस ने कहा था कि नरिंदर सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है।
कुमार विश्वास ने याचिका में कहा कि यह एफआईआर अवैध, मनमानी और अन्यायपूर्ण है। इसमें राज्य की मशीनरी का उपयोग किया गया है। एफआईआर राजनीतिक रूप से प्रेरित है।इसे प्रतिशोध की भावना से दर्ज कराया गया है। बता दें कि कुमार विश्वास के अलावा कांग्रेस नेता अलका लांबा के खिलाफ भी इसी तरह एफआईआर दर्ज की गई थी। इसके बाद इनके घरों पर पंजाब पुलिस भेजी गई। लेकिन अलका लांबा सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ खुद पंजाब पहुंची और पुलिस के सामने अपना बयान दर्ज कराया। अलका लांबा ने साफ शब्दों में दोहराया कि उन्होंने केजरीवाल के खिलाफ जो भी कहा और जिस आधार पर एफआईआर की गई, उससे वो नहीं डरती हैं। वो अपने बयान पर कायम हैं। अलका लांबा के इस बयान के जवाब में आम आदमी पार्टी चुप रही और उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
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