सेना में कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर जवानों की भर्तियां शुरू हो सकती है। इससे युवकों के लिए रोजगार के अवसर तो बढ़ेंगे ही, साथ ही सरकार को इससे बहुत बड़ा फायदा भी होगा। सशस्त्र बलों से रिटायर होने वाले सैनिकों को केंद्र सरकार को अच्छी खासी रकम विभिन्न मदों में देना पड़ती है। सेना में कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती शुरू होने पर सरकार को इन तमाम आर्थिक फायदों के अलावा पेंशन जैसे वित्तीय बोझ से भी छुटकारा मिल जाएगा।


इकोनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक सशस्त्र बलों में सैनिकों की भर्ती के लिए एक नया नजरिया आकार ले चुका है।


दो साल पहले इस पर विचार किया गया था। जिसके तहत सशस्त्र बलों में एक तय अल्पकालिक कॉन्ट्रैक्ट पर अधिकारियों और सैनिकों की भर्ती पर की जाए। यह भर्ती तीन साल की अवधि के लिए सकती है। जिसके दौरान उन्हें उग्रवाद विरोधी अभियानों, खुफिया जानकारी जुटाने और आईटी सहित विभिन्न क्षेत्रों में ट्रेनिंग और सेवा प्रदान की जाएगी।