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फ़ोटो साभार: सिंगापुर प्रधानमंत्री कार्यालय/वीडियो ग्रैब

सिंगापुर के पीएम ने की नेहरू की तारीफ़, कांग्रेस बोली- मोदी तो बदनाम करते रहते हैं

मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के जिस पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को कोसने का कोई मौक़ा नहीं चूकते हैं उसी नेहरू के लोकतंत्र के विचार को सिंगापुर के प्रधानमंत्री ने तारीफ़ की है। सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने 'सिटी-स्टेट में लोकतंत्र को कैसे काम करना चाहिए', इस पर संसद में भावुक बहस के दौरान आज़ादी और देश के निर्माण में जवाहरलाल नेहरू के योगदान का ज़िक्र किया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री के भाषण की उस क्लिप को ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा है, 'सिंगापुर के पीएम ने लोकतंत्र को कैसे काम करना चाहिए, इस पर बहस के दौरान नेहरू का ज़िक्र किया, जबकि हमारे प्रधानमंत्री संसद के अंदर और बाहर हर समय नेहरू को बदनाम करते रहते हैं।'

जयराम रमेश ने यह आरोप तब लगाया है जब हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में जवाहर लाल नेहरू का नाम लेते हुए कांग्रेस पर हमला किया था। उन्होंने कहा था कि 'आप शिकायत करते हैं कि मैं पंडित जी का नाम नहीं लेता। आज मैं नेहरू जी का नाम लेता रहूंगा- आनंद लें... आप कहते रहते हैं कि मोदी-जी नेहरू-जी का नाम नहीं लेते हैं। इसलिए मैं आपकी इच्छा पूरी कर रहा हूँ।"

मुद्रास्फीति की आलोचना से निपटने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के पहले प्रधानमंत्री नेहरू के लाल क़िले से राष्ट्र के नाम संबोधन का ज़िक्र किया था। 

कुछ दिन पहले ही राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाहरलाल नेहरू को भी निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा था, 'पंडित नेहरू की सबसे बड़ी चिंता अंतरराष्ट्रीय छवि की रहती थी। गोवा इसीलिए आज़ादी के 15 साल बाद हिन्दुस्तान के साथ आया। जब गोवा में सत्याग्रहियों पर गोलियां चल रही थीं तब नेहरू ने कहा था कि वे सेना नहीं भेजेंगे। नेहरू जी की वजह से गोवा 15 साल ज़्यादा ग़ुलाम रहा।'

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अपने पिछले कार्यकाल में संसद में ऐसी ही बहस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि कांग्रेस और नेहरू ने इस देश को लोकतंत्र नहीं दिया। मोदी ने गांधी-नेहरू परिवार पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि जिस नेहरू को कांग्रेसी लोकतंत्र का मसीहा बताते हैं, उन्हीं के नाती राजीव गांधी ने एयरपोर्ट पर अपने दलित मुख्यमंत्री को अपमानित करते हुए पद से हटा दिया था। इसके अलावा प्रधानमंत्री और बीजेपी लगातार नेहरू व कांग्रेस पर तरह-तरह के आरोप लगाते रहे हैं। वे जहाँ सरदार पटेल, सुभाषचंद्र बोस जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की उपेक्षा करने के लिए नेहरू पर आरोप लगाते हैं तो जम्मू-कश्मीर मुद्दे के लिए भी उन्हें ज़िम्मेदार ठहराते हैं।

कांग्रेस पार्टी बीजेपी के इन आरोपों को खारिज करती रही है। जब सिंगापुर के प्रधानमंत्री ने लोकतंत्र, आज़ादी और देश के निर्माण में योगदान को लेकर नेहरू का ज़िक्र किया तो कांग्रेस नेता ने उनके बयान को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा।

बता दें कि सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली ने मंगलवार को संसद में बहस के दौरान कहा, 'ज़्यादातर देश उच्च आदर्शों और महान मूल्यों के आधार पर स्थापित होते हैं और शुरू होते हैं। लेकिन अक्सर संस्थापक नेताओं और अग्रणी पीढ़ी के बाद दशकों और पीढ़ियों में धीरे-धीरे चीजें बदल जाती हैं।' (उनके पूरे बयान को इस वीडियो में सुना जा सकता है।)

उन्होंने आगे कहा, 'चीजें तीव्र जोश के साथ शुरू होती हैं। स्वतंत्रता के लिए लड़ने और जीतने वाले नेता अक्सर महान साहस, अपार संस्कृति और उत्कृष्ट क्षमता वाले असाधारण व्यक्ति होते हैं। वे आग में तपकर आए और लोगों और राष्ट्रों के नेताओं के रूप में उभरे। वे डेविड बेन-गुरियन्स हैं, जवाहरलाल नेहरू हैं, और हमारे अपने भी हैं।'

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ली ने कहा, 'कई राजनीतिक प्रणालियाँ आज अपने संस्थापक नेताओं के लिए बेहद अपरिचित हो गई होंगी। बेन-गुरियन का इज़राइल ऐसा बदल गया है जो दो साल में चार आम चुनावों के बावजूद मुश्किल से सरकार बना सकता है। इस बीच, इज़राइल में वरिष्ठ राजनेताओं और अधिकारियों को आपराधिक आरोपों के मुक़दमों का सामना करना पड़ रहा है, कुछ जेल जा चुके हैं।

उन्होंने आगे कहा, 'जबकि नेहरू का भारत ऐसा बन गया है, मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, जहाँ की लोकसभा में लगभग आधे सांसदों के ख़िलाफ़ बलात्कार और हत्या के आरोपों सहित आपराधिक मामले लंबित हैं। हालांकि यह भी कहा जाता है कि इनमें से कई आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।'

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