यू-ट्यूब पर वीडियो बनाकर पेट्रोल की क़ीमत 100 रुपये बताना क्या अपराध है? आपको भले यह गुनाह नहीं लगे, लेकिन लगता है कॉमेडियन श्याम रंगीला के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है। उन्होंने कहा है कि पेट्रोल की क़ीमतों पर मिमिक्री वाला वीडियो बनाने के लिए उनपर मुक़दमा दर्ज किया जा सकता है। वीडियो में जो पेट्रोल पंप दिखा उसको कथित तौर पर तेल की सप्लाई बंद कर दी गई है और लाइसेंस रद्द करने की धमकी दी गई है। यह बात ख़ुद श्याम रंगीला ने बताई है। एक और वीडियो बनाकर। कॉमेडी नहीं की है, बल्कि अपना डर बताया है। वह कहते हैं कि डर लग रहा है कि ‘मेरे फ़ोन की कंपनी कहीं केस न कर दे कि आपने हमारे कैमरे से वीडियो क्यों रिकॉर्ड किया।’
यह मामला पेट्रोल की क़ीमतें 100 रुपये प्रति लीटर से ज़्यादा होने पर बनाए गए उनके एक कॉमेडी वीडियो को लेकर है। 16 फ़रवरी को अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए वीडियो में श्याम रंगीला प्रधानमंत्री मोदी की मिमिक्री करते हुए पेट्रोल की क़ीमतों के 100 रुपये पार करने की बात कहते हैं। 2 मिनट 15 सेकंड के उस वीडियो में वह मिमिक्री करते हुए आख़िर में यह भी कहते हैं कि 'मेरा क्या है मैं झोला उठाकर चल दूँगा'।
यह वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद 20 फ़रवरी को एक वीडियो जारी कर उन्होंने अपने पहले वाले वीडियो पर बयान जारी किया। वह बयान पेट्रोल की क़ीमतों को लेकर वीडियो बनाने से जुड़ा है। उस बयान में उन्होंने कहा है कि उस वीडियो के लिए उनकी मुश्किलें बढ़ रही हैं।
उन्होंने बयान में कहा है, ‘पता नहीं लोगों की कैसी-कैसी भावनाएँ हैं और कैसी-कैसी छवि है, इस वीडियो से कैसी-कैसी छवि को ठेस पहुँच जाती है। मुझे तो पता भी नहीं चलता।’ वह एक जगह कहते हैं, ‘मेरे को अजीब लगा। मैंने ग़लत क्या कहा था। मैंने किसी भी धर्म के ख़िलाफ़ टिप्पणी नहीं की, किसी भी धर्म-समुदाय पर जोक नहीं बनाया है। ऐसे जोक बनाता हूँ, ऐसी कॉमेडी करता हूँ कि लोगों को हंसी आए और दो-चार दिन में वायरल होकर बात ख़त्म हो जाए।'
इसके बाद रंगीला का कहना है कि उन्होंने कहा कि यदि उनकी छवि ख़राब हुई है तो उस वीडियो के चार सेकंड के शुरुआती हिस्से हटा देंगे और माफ़ी मांग लेंगे।
उन्होंने वीडियो बनाने के दौरान की घटना का ज़िक्र कर यह भी कहा, ‘मैंने जब वीडियो बनाया तब उन दोनों लड़कों (पेट्रोल पंप के कर्मियों) ने कहा कि जब आप हमारे पेट्रोल पंप पर आए हो वीडियो बनाने के लिए तो आप हमारे पेट्रोल पंप का नाम ज़रूर लेना वीडियो में। नाम दिखाना ज़रूर। मैंने कहा कि ठीक है भाई साहब। वैसे हम दिखाते नहीं हैं लेकिन आप बोल रहे हो तो दिखा देंगे। तो मैंने नाम दिखा दिया और वीडियो बना लिया। ... मैं वहाँ से चला गया।’
वह कहते हैं, ‘...लेकिन उनकी अपनी मजबूरियाँ हैं पेट्रोल पंप संचालक की। उनकी तेल की सप्लाई बंद कर दी गई है और उनको मुझपर कार्रवाई करनी पड़ेगी उसके बाद तेल की सप्लाई चालू होगी। और उनको लाइसेंस रद्द करने की भी धमकी मिली है ऊपर से, ऐसी मुझे सूचना मिली है।’
श्याम रंगीला को डर क्यों लगता है?
रंगीला कहते हैं, ‘तो मैं यह कहना चाहता हूँ कि मेरे उस वीडियो से किसकी छवि को ठेस पहुँच रही है? क्या उस पेट्रोल पंप को ठेस पहुँची है? या उस कंपनी को ठेस पहुँची है? और जबसे मुझे धमकी मिली है कि आप पर मुक़दमा हो जाएगा तब से ऐसा डर लगने लग गया है कि जब मैं अगला वीडियो रिकॉर्ड करूँगा तो जैकेट की कंपनी बोल देगी कि हमारी छवि को ठेस पहुँची है। वो साइकिल की कंपनी वाले केस न कर दें कि हमारी कंपनी की छवि को ठेस पहुँची है क्योंकि श्याम रंगीला इस पर चढ़ कर जा रहा था। मेरे जूते की कंपनी है, टी-शर्ट की कंपनी है, जिंस की कंपनी है। मेरे को डर लग रहा है कि मेरे फ़ोन की कंपनी है कहीं वह केस न कर दे कि आपने हमारे कैमरे से वीडियो क्यों रिकॉर्ड किया।’
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