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श्रद्धा मर्डर केसः CCTV फुटेज, शव के दो टुकड़े और मिले

श्रद्धा मर्डर केस में शनिवार को आफताब पूनावाला का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें वो अपने घर के पास एक बैग के साथ घूमता पाया गया। दिल्ली पुलिस को शक है कि इस बैग में श्रद्धा के शव के टुकड़े जरूर रहेंगे। इस तरह यह सीसीटीवी फुटेज भी एक महत्वपूर्ण सबूत बन गया है। उधर, दिल्ली पुलिस आज शनिवार को आफताब पूनावाला को महरौली के जंगलों में लेकर गई थी, जहां उसे श्रद्धा के शव के दो टुकड़े और मिले। उन टुकड़ों को फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा गया है।

सूत्रों के मुताबिक, यह सीसीटीवी फुटेज 18 अक्टूबर का है और उसमें समय सुबह करीब 4 बजे बताया गया है। जांचकर्ताओं ने फुटेज के संबंध में उससे पूछताछ शुरू कर दी है क्योंकि उनका मानना ​​है कि बैग में श्रद्धा वलकर के शव के टुकड़े हो सकते हैं। आफताब ने दिल्ली पुलिस को बताया था कि उसने श्रद्धा की हत्या के बाद उसके शव के 35 टुकड़े करके उन्हें जंगलों में फेंक दिया था।

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पुलिस सूत्रों ने कहा कि 18 मई को हत्या के बाद श्रद्धा के शरीर को टुकड़ों में काटने के बाद, आफताब ने उन्हें छतरपुर में किराए के घर में 300 लीटर के फ्रिज में रखा था। फिर वो कई दिनों तक उन टुकड़ों को जंगल में फेंकता रहा। आशंका यह भी है कि उसने दिल्ली से बाहर देहरादून में भी शव के टुकड़े फेंके।

इस बीच, दिल्ली पुलिस की टीमों ने शनिवार सुबह महरौली फॉरेस्ट इलाके में फिर से तलाशी ली, ताकि पीड़ित के सिर सहित लापता टुकड़ों का पता लगाया जा सके। पुलिस को श्रद्धा के शव के दो और टुकड़े मिले। अभी तक उस हथियार की बरामदगी नहीं हो सकती है, जिससे शव के टुकड़े किए गए थे। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को आफताब के दफ्तर के पास गुड़गांव के डीएलएफ फेज-2 फॉरेस्ट एरिया में तलाशी ली थी। बाद में रात में, टीमों ने और सुराग खोजने में मदद के लिए छतरपुर स्थित घर से श्रद्धा के कपड़े भी एकत्र किए।
दिल्ली पुलिस महाराष्ट्र में पालघर भी पहुंची, जहां उसने श्रद्धा के दो मित्रों राहुल राय और गॉडविन रोड्रिग्स के बयान लिए। इन्हीं लोगों के पास श्रद्धा के महत्वपूर्ण चैट भी थे।

कहां है आफताब का परिवारमहाराष्ट्र पुलिस और दिल्ली पुलिस आफताब पूनावाला के परिवार को तलाश रही है, लेकिन उनका पता नहीं चल रहा है। दिल्ली पुलिस की जांच टीम शनिवार को वसई में जांच के लिए पहुंची, लेकिन वहां आफताब के घर पर ताला लगा हुआ था। इससे पहले मानिकपुर पुलिस ने बुधवार को बताया था कि वो लोग जब आफताब के घर की जांच करने पहुंचे तो परिवार नहीं था। 
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मानिकपुर पुलिस के एक अधिकारी का कहना है कि यह परिवार वसई में यूनीक पार्क सोसायटी में रहता था। लेकिन इस सोसायटी की आरडब्ल्यूए पदाधिकारी ने बताया कि यह परिवार 15 दिनों पहले यह बताकर गया था कि वे लोग मुंबई शिफ्ट हो रहे हैं। तब से उनका पता नहीं है। उन्होंने बताया कि उनके बड़े बेटे को मुंबई में नौकरी मिल गई है, इसलिए वे वहां जा रहे हैं। लेकिन इस बीच मानिकपुर पुलिस आफताब के परिवार को समन जारी कर चुकी थी। तब तक श्रद्धा के मर्डर की बात सामने नहीं आई थी।
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क़मर वहीद नक़वी
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