जो बीजेपी कांग्रेस को यह कह कर कोसती रही है कि उसने सरदार बल्लभ भाई पटेल के साथ न्याय नहीं किया, उन्हें जो स्थान मिलना चाहिए था नहीं दिया, उसी बीजेपी ने गुजरात के मोटेरा स्थित सरदार पटेल स्टेडियम का नाम बद़ल कर नरेंद्र मोदी के नाम पर कर दिया है। ऐसा क्यों किया गया ये समझे के परे हैं। एक, पटेल के नाम के स्टेडियम का नाम बदलने की ज़रूरत क्या थी। और मोदी के नाम से किसी स्टेडियम का नाम रखना ही था तो किसी और स्टेडियम का नाम बदल देते। क्या ये बदलाव पटेल का अपमान नहीं है।