बीजेपी की उम्मीदवार बनते ही साध्वी प्रज्ञा सिंह ने रोना शुरू कर दिया कि आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) के मुखिया शहीद हेमंत करकरे ने उन्हें हिरासत में यातना दी। उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। उन्हें दिन भर पीटा जाता था और इतना पीटा जाता था कि उनका शरीर सुन्न पड़ जाता था।