समलैंगिक विवाह को क़ानूनी मान्यता दिए जाने की मांग पर चल रहे विवाद के बीच अब आरएसएस की एक संस्था ने सर्वे कराया है। आरएसएस की महिला शाखा से संबद्ध संवर्धिनी न्यास के एक सर्वे के अनुसार, कई डॉक्टरों और संबद्ध चिकित्सा पेशेवरों का मानना है कि समलैंगिकता 'एक डिसऑर्डर' यानी बीमारी है और यदि समलैंगिक विवाह को वैध कर दिया जाता है तो यह समाज में और बढ़ेगा।