भागवत ने 5 सितंबर को केन के काम को याद करते हुए कहा- “हमें अपने जीवन में यथासंभव अच्छे कार्य करने का प्रयास करना चाहिए। कोई यह नहीं कह रहा है कि हमें चमकना नहीं चाहिए या अलग नहीं दिखना चाहिए। काम के माध्यम से, हर कोई एक सम्मानित व्यक्ति बन सकता है लेकिन हम उस स्तर तक पहुंचे हैं या नहीं यह दूसरों द्वारा तय किया जाएगा, न कि स्वयं द्वारा। हमें यह घोषणा नहीं करनी चाहिए कि हम भगवान बन गए हैं।''
मुझे यक़ीन है कि स्वयंभू नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री को इस ताज़ा अग्नि मिसाइल की ख़बर मिल गई होगी, जिसे नागपुर ने झारखंड से लोक कल्याण मार्ग को निशाना बनाकर दागा है। https://t.co/zjJswu6vPd
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 18, 2024
मोदी ने कहा- मुझे भगवान ने सीधे भेजा
इस विवाद की शुरुआत मई 2023 में हुई। पीएम मोदी ने नेटवर्क18 को इंटरव्यू दिया। जिसमें मोदी ने फरमाया- ''जब तक मेरी मां जीवित थीं, मैं सोचता था कि मैं बॉयोलॉजिकल (जैविक) रूप से पैदा हुआ हूं। उनके निधन के बाद जब मैं अपने अनुभवों पर नजर डालता हूं तो मुझे यकीन हो जाता है कि मुझे भगवान ने भेजा है। ये ताकत मेरे शरीर से नहीं है। यह मुझे भगवान ने दिया है। इसीलिए ईश्वर ने मुझे योग्यता भी दी, शक्ति भी दी, पवित्र हृदयता भी दी और ऐसा करने की प्रेरणा भी दी। मैं और कुछ नहीं बल्कि एक उपकरण हूं जिसे भगवान ने भेजा है।''मोदी यहीं नहीं रुके कुछ दिन बाद उन्होंने खुद के भगवान द्वारा भेजा गया शख्स बता डाला। सितंबर 2023 में नए संसद भवन में अपने पहले भाषण में, मोदी ने इसी तरह का बयान दिया था कि भगवान ने उन्हें महिला आरक्षण विधेयक को लागू करने के लिए चुना है। मोजी ने कहा- “अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल के दौरान, महिला आरक्षण विधेयक कई बार पेश किया गया था लेकिन विधेयक को पारित करने के लिए पर्याप्त बहुमत नहीं था। सपना अधूरा रह गया। भगवान ने शायद उस काम को पूरा करने के लिए मुझे चुना है।''
नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री की दुर्भावना और विद्वेष की कोई सीमा नहीं है। आज के उनके लाल किले के भाषण में यह पूरी तरह से दिखा।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 15, 2024
यह कहना कि अब तक हमारे पास कम्युनल सिविल कोड रहा है, डॉ. अंबेडकर का घोर अपमान है। डॉ. अंबेडकर हिंदू पर्सनल लॉ में सुधार के सबसे बड़े समर्थक थे, जिन्हें…
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ ने सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों के माध्यम से खुलासा किया है कि कैसे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के आर्थिक रूप से तनावग्रस्त 10 कंपनियों से लगभग 62,000 करोड़ रुपए के क्लेम्स सेटल करने थे, लेकिन नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री के पसंदीदा बिजनेस ग्रुप… pic.twitter.com/Yl3477KTAe
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) September 4, 2024
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