क्या आप विश्वास करेंगे कि अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट ने एक भगोड़े से ज़मीन के लिए सौदा किया? उस ज़मीन के लिए जो पहले ही काफ़ी विवादित थी? एक ताज़ा मीडिया रिपोर्ट में तो कम से कम यही दावा किया गया है। अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा ख़रीदी गई जिस ज़मीन में भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं वह ज़मीन पहले से ही विवादित रही थी और इसे हरीश पाठक नाम के एक भगोड़े ने बेची थी।
अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट ने भगोड़े से किया विवादित ज़मीन का सौदा?
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- 18 Jun, 2021
अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा ख़रीदी गई जिस ज़मीन में भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं वह ज़मीन पहले से ही विवादित रही थी और इसे हरीश पाठक नाम के एक भगोड़े ने बेची थी। उस पर कई ज़िलों में मुक़दमे हैं।

हरीश पाठक पर क्या-क्या हैं मुक़दमे और किन मामलों में भगोड़ा है, यह जानने से पहले यह जान लें कि यह विवाद कैसे सामने आया। आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और पूर्व विधायक पवन पांडेय ने आरोप लगाया है कि रामजन्मभूमि ट्रस्ट ने दो करोड़ रुपए की ज़मीन 18.50 करोड़ रुपए में खरीदी, इसमें करोड़ों रुपये का घपला किया गया।
दरअसल, इस ज़मीन को हरीश पाठक ने अयोध्या के बागबीजैसी गाँव में 18 मार्च को 1.2 हेक्टेयर ज़मीन सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी को 2 करोड़ रुपये में बेची। अंसारी और तिवारी ने इसी ज़मीन को राम मंदिर ट्रस्ट को 18.5 करोड़ रुपये में बेच दी। ख़बर यह भी है कि उसी दिन पाठक ने 1.03 हेक्टेयर ज़मीन सीधे राम जन्मभूमि ट्रस्ट को 8 करोड़ में बेच दी।