#WATCH | PM @narendramodi performs Yoga at the origin point of #RamSetu, Arichal Munai point, in #Dhanushkodi, Tamil Nadu. @PMOIndia pic.twitter.com/RbvFygVdU4
— DD News (@DDNewslive) January 21, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम लला की मूर्ति के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से एक दिन पहले रविवार सुबह तमिलनाडु में धनुषकोडी के पास अरिचल मुनाई का दौरा किया, जहां राम सेतु बनाया गया था। मोदी ने अरिचल मुनाई पॉइंट पर 'अनुलोम-विलोम' का अभ्यास किया।
मोदी ने श्री कोठंडारामा स्वामी मंदिर में पूजा भी की। कोठंडारामा नाम का अर्थ धनुषधारी राम है। यह धनुषकोडी में स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि यहीं पर रावण के भाई विभीषण पहली बार भगवान राम से मिले थे और उनसे शरण मांगी थी। कुछ किंवदंतियाँ यह भी कहती हैं कि यही वह स्थान है जहाँ भगवान राम ने विभीषण का राज्याभिषेक किया था।
इन यात्राओं का बहुत महत्व है क्योंकि मोदी सोमवार को राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या जाने वाले हैं।
शुक्रवार से पीएम मोदी अपने तीन दिवसीय तमिलनाडु दौरे पर हैं। शुक्रवार को चेन्नई में उन्होंने रोड शो किया था। शनिवार को तमिलनाडु के दो मंदिरों में उन्होंने पूजा अर्चना की है। वह पहले तिरुचिरापल्ली के श्रीरंगम में श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए गए।इसके बाद उन्होंने रामेश्वरम में रोड शो किया फिर श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर गए। यहां पीएम मोदी ने भगवान का दर्शन कर रामायण पाठ में हिस्सा लिया फिर भजन संध्या में भी शामिल हुए।
मोदी राम सेतु पर रविवार को अनायास नहीं पहुंचे हैं। इसका संबंध धार्मिक होते हुए भी राजनीतिक है। आप पीएम मोदी के वहां की यात्रा की टाइमिंग को देखिए। पीएम मोदी दक्षिण भारत पर विशेष ध्यान इसलिए भी दे रहे हैं कि इस बार भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2024 में 400 सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा है। भाजपा का 400 सीटों का लक्ष्य तभी पूरा हो सकता है जब उसे उत्तर भारत के साथ ही दक्षिण भारत में भी बड़ी जीत मिले। मोदी ने अकेले दम को 22 जनवरी के अयोध्या इवेंट को राष्ट्रीय उत्सव में बदल दिया है जो धार्मिक होते हुए भी राजनीतिक बन गया है। अयोध्या में सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है।
पीएम मोदी ने इससे पहले 16 और 17 जनवरी को आंध्र प्रदेश और केरल का दौरा किया था। 16 जनवरी को वह आंध्रप्रदेश में थे। यहां उन्होंने लेपाक्षी पहुंचकर 486 साल पुराने वीरभद्र मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। इस मंदिर केपरिसर में बैठकर उन्होंने राम भजन भी किया था। रंगनाथ रामायण पर आधारित कठपुतलियों के जरिए प्रदर्शित रामकथा भी प्रधानमंत्री ने देखी थी। 17 जनवरी की सुबह पीएम मोदी ने केरल के गुरुवायूर मंदिर और त्रिप्रयार श्रीराम मंदिर में पूजा-अर्चना की थी।
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