पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की मृत्यु का मजाक उड़ाने से जुड़े बयान के बाद नरेंद्र मोदी का एक और बयान सुर्खियों में है। इससे यह तो साफ़ होता ही है कि प्रधानमंत्री मोदी मौजूदा मुद्दों पर चर्चा करने के बजाय 31 साल पहले की बात जो आज पूरी तरह अप्रासंगिक हो चुकी है, उसे तूल दे रहे हैं। उसके साथ यह सवाल भी उठता है कि क्या मोदी चुनावी फ़ायदा उठाने के लिए इस मुद्दे पर झूठ बोल रहे हैं।