राहुल ने कहा कि हिंदुस्तान पहला देश है, जो बीमारी के बढ़ते वक़्त में लॉकडाउन हटा रहा है। राहुल ने कई देशों के नाम गिनाते हुए कहा कि इन देशों में लॉकडाउन तब हटा, जब वहां कोरोना घटना शुरू हुआ।
राहुल ने कहा, ‘हिंदुस्तान का लॉकडाउन फ़ेल हुआ है, मोदी जी का जो लक्ष्य था, वह पूरा नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री जी और सरकार अपना प्लान बी बताएं।’
राहुल ने सवालों की झड़ी लगाते हुए पूछा, ‘आपकी रणनीति क्या है, आप लॉकडाउन कैसे हटाएंगे, आप मजदूरों की कैसे मदद करेंगे, आप छोटे, सूक्ष्म उद्योगों की कैसे मदद करेंगे?’
राहुल ने कहा, ‘केंद्र सरकार की ओर से घोषित पैकेज जीडीपी का 10 फ़ीसदी नहीं 1 फ़ीसदी से भी कम है। इसमें ज़्यादातर लोन है और लोगों को कैश नहीं दिया गया है। कांग्रेस की राज्य सरकारें मजदूरों को, किसानों को कैश दे रही हैं लेकिन हमें केंद्र सरकार से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है।’
राहुल ने कहा कि केंद्र सरकार के आर्थिक पैकेज से कुछ नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा, ‘देश के 50 फ़ीसदी लोगों को डायरेक्ट कैश के रूप में हर महीने 7500 रुपये देने की ज़रूरत है। अगर मध्यम, छोटे उद्योगों को वित्तीय सहायता नहीं दी तो बहुत बड़ा आर्थिक नुक़सान होने वाला है।’ राहुल ने कहा कि लोगों का कहना है कि उनका भरोसा टूट गया है।
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