एक बार फिर यह साबित हो गया कि राहुल गाँधी भारतीय नागरिक ही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें यह माँग की गई थी कि कोर्ट चुनाव आयोग को यह निर्देश दे कि राहुल गाँधी को तब तक चुनाव लड़ने से रोक दिया जाए जब तक उनकी नागरिकता पर फ़ैसला न आ जाए। कोर्ट के इस फ़ैसले के साथ ही अब कांग्रेस के इस दावे को बल मिलता है कि राहुल की नागरिकता पर सवाल उठाना पूरी तरह बकवास है। चुनाव के दौरान फिर से दायर की गई याचिक पर इसलिए सवाल उठ रहे थे कि जब सुप्रीम कोर्ट इस संबंध में पहले दायर की गई याचिका को खारिज कर चुका है तो आख़िर क्यों बार-बार राहुल गाँधी की नागरिकता के मुद्दे को उठाया जा रहा था।