भोपाल से भाजपा सांसद और मालेगांव बम ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर कर्नाटक में एफआईआर दर्ज हो जाने के बाद भी ‘चाकू की धार तेज कराने’ वाले अपने विवादास्पद बयान पर कायम हैं। प्रज्ञा सिंह ने अब कहा है, ‘सन्यासी हूं, मेरे बयान से लव जिहाद चलाने वालों का एजेंडा फेल हुआ है। मैं युद्ध में प्रेम गीत नहीं गाती और ना ही गाऊंगी।’
प्रज्ञा सिंह शनिवार शाम को भोपाल में संस्कृत भारतीय मध्य भारत के संपूर्ति समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं और भाषण दिया। उन्होंने कहा, ‘31 दिसंबर को न्यू ईयर मनाने की संस्कृति हमारे देश की नहीं है।’
प्रज्ञा सिंह ने कहा, ‘शायद कुछ लोगों का एजेंडा फेल हो गया है, इसलिए चिल्ला रहे हैं। मैंने किसी का नाम नहीं लिया। मैंने मातृ शक्तियों को, उन लड़कियों को जिनका अपहरण घर से उठाकर कर लिया जाता है, और जिन्हें बेच देते हैं, उनका मान मर्दन करते हैं। अपहरण करके मार-काट देते हैं। हम घर में सुरक्षित नहीं रहेंगे तो, कहां रहेंगे। मुझे मातृ शक्ति की चिंता है। मैंने मातृ शक्ति के संरक्षण के लिए बात कही थी।’
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मुझे लगता है कि संरक्षण पर आक्रमण करने वालों को ही बुरा लगेगा और किसी को बुरा लग ही नहीं सकता। कोई भी अगर देश की सामाजिक, पारिवारिक, लड़कियों की समस्या को देखता है, तो वो कभी इस बात को नकारात्मक रूप से नहीं लेगा। मैंने किसी का नाम नहीं लिया, मैंने तो सामाजिक परिस्थिति बोली हैं। उसमें हमारी पीड़ा है। माताएं-लड़कियां असुरक्षित हैं। मैं पहले भी भोपाल में बोलीं हूं। जो लोग लव जिहाद चला रहे हैं, उनका एजेंडा फेल हुआ है।
- प्रज्ञा सिंह ठाकुर, बीजेपी विधायक, 31 दिसंबर 2022
प्रज्ञा सिंह ने कहा, ‘मैं कर्नाटक गई थी। मैं युद्ध में प्रेम के गीत नहीं गाती और न गाऊंगी, क्योंकि मैं संन्यासी हूं। समाज को मार्गदर्शन दूंगी। सांसद हूं, इसलिए समाज को संरक्षण दूंगी। उनके विधायक ने हमें भी जिंदा जलाने की बात कही थी। मेरा बयान तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत करेगा, तो संवैधानिक कार्रवाई करूंगी।’
कर्नाटक में एफआईआर
भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह 25 दिसंबर को कर्नाटक के शिवमोगा में आयोजित हिंदू जागरण वैदिक के दक्षिण क्षेत्र वार्षिक सम्मेलन में शामिल हुई थीं। सम्मेलन में दिए बयान को लेकर शिवमोगा जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एचएस सुंदरेश की शिकायत पर पुलिस ने प्रज्ञा सिंह ठाकुर पर 28 दिसंबर को एफआईआर दर्ज की है।
कर्नाटक पुलिस ने धारा 153-ए (धर्म, जाति के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295ए (जानबूझकर किसी भी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करना या उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए दुर्भावनापूर्ण कार्य करना) के तहत मामला दर्ज किया है। इसके अलावा धारा 153बी, 268, 298, 504 और 508 भी लगाई हैं।
शिवमोगा में क्या कहा था
प्रज्ञा सिंह ने शिवमोगा में कहा था, ‘अपने घरों में हथियार रखो। कुछ नहीं तो कम से कम सब्जियां काटने के लिए चाकू तेज रखो। पता नहीं क्या स्थिति पैदा हो जाए। अगर कोई हमारे घर में घुसपैठ करता है। हम पर हमला करता है, तो मुंहतोड़ जवाब देना हमारा अधिकार है।’बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ने यह भी कहा था, ‘लव जिहाद में शामिल लोगों को उसी तरह से जवाब दें। लड़कियों को सुरक्षित रखो, लड़कियों को संस्कारित करो। उन्होंने चाकू से हमारी हर्षा को गोदा। उन्होंने चाकू से हमारे हिंदू वीरों, बजरंग दल, भाजपा, युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को गोदा है, काटा है। हम भी सब्जी काटने वाला चाकू तेज रखें। पता नहीं कब कैसा मौका आए। जब हमारी सब्जी अच्छे से कटेगी, तो निश्चित रूप से मुंह और सिर भी अच्छे से कटेंगे।’
प्रज्ञा ठाकुर के लव जिहाद वाले बयान पर कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने पलटवार करते हुए कहा था, ‘बम ब्लास्ट की आरोपी जमानत पर रिहा भाजपा सांसद जनता को चाकू तेज करने की सलाह दे रही है। देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री जी सुन रहे हैं या नहीं? देश बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान से चलेगा या चाकू से चलेगा।’
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