भारत में राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे का विश्लेषण एक बार फिर चर्चा में है। निर्वाचन आयोग (ईसी) द्वारा हाल ही में जारी आंकड़ों और एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा संकलित जानकारी के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 में इलेक्टोरल ट्रस्टों ने राजनीतिक दलों को सबसे ज्यादा चंदा दिया। इसके बाद इन्फ्रास्ट्रक्चर, फार्मास्यूटिकल और खनन क्षेत्र की कंपनियों का नंबर आता है।

चौंकाने वाली बात यह है कि शीर्ष दानदाताओं में शामिल कम से कम पांच कंपनियां केंद्रीय जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं, जिनमें से चार ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को भारी-भरकम राशि दी, जबकि एक ने कांग्रेस को चंदा दिया।