कोरोना के संक्रमण से जूझ रहे लोगों को इलाज के दौरान दी जाने वाली प्लाज्मा थेरेपी को भारत सरकार ने इस महामारी के इलाज के प्रोटोकॉल से हटा दिया है। यह फ़ैसला एम्स-आईसीएमआर, कोरोना के लिए बनी नेशनल टास्क फोर्स और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लिया है। इस फ़ैसले से पता चलता है कि प्लाज्मा थेरेपी कोरोना संक्रमितों के इलाज में उतनी कारगर नहीं रही, जितना इसके होने की बात कही जा रही थी।
भारत ने कोरोना के इलाज के प्रोटोकॉल से प्लाज्मा थेरेपी को हटाया
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- 18 May, 2021
कोरोना के संक्रमण से जूझ रहे लोगों को इलाज के दौरान दी जाने वाली प्लाज्मा थेरेपी को भारत सरकार ने इस महामारी के इलाज के प्रोटोकॉल से हटा दिया है।

पीटीआई के मुताबिक़, 16 मई को हुई टास्क फ़ोर्स की बैठक में इसके सदस्यों ने कहा था कि वे कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी को जारी रखने के पक्ष में नहीं हैं। नेशनल टास्क फ़ोर्स ने कहा था कि प्लाज्मा थेरेपी उतनी प्रभावी नहीं है और कई मामलों में इसका बेवजह इस्तेमाल किया जा रहा था।
टास्क फ़ोर्स की सिफ़ारिश पर आईसीएमआर ने नई गाइडलाइंस जारी की है और इसमें कोरोना के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी को हटा दिया गया है।