कोरोना वायरस के इलाज में जिस प्लाज्मा थेरेपी से अच्छे परिणाम की बात अरविंद केजरीवाल कहते हैं, उसके बारे में स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह अभी प्रायोगिक चरण में है और इलाज के लिए कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है। यानी फ़िलहाल प्लाज्मा थेरेपी से जो इलाज किया जा रहा है वह सिर्फ़ यह देखने के लिए है कि इसका परिणाम कैसा होता है। स्वास्थ्य मंत्रालय की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कई राज्य प्लाज्मा थेरेपी से इलाज करने के लिए मंजूरी माँग रहे हैं। कोरोना वायरस का अभी तक इलाज नहीं ढूँढा जा सका है इसलिए प्लाज्मा थेरेपी पर इतना ज़ोर दिया जा रहा है।