पेट्रोल-डीजल के दाम में रविवार को फिर से बढ़ोतरी हुई। पेट्रोल 50 पैसे प्रति लीटर और डीजल 55 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है। पिछले छह दिनों में यह पाँचवीं बार बढ़ोतरी हुई है। इन छह दिनों में पेट्रोल में कुल 3.70 रुपये और डीजल में 3.75 प्रति लीटर बढ़ोतरी हुई।
राज्य के ईंधन खुदरा विक्रेताओं की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल की क़ीमत अब 98.61 रुपये प्रति लीटर हो गई है जबकि डीजल की कीमत 89.87 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 90.42 रुपये हो गई है।
देश भर में दरों में वृद्धि की गई है और राज्यों में स्थानीय कर और तेल की ढुलाई के खर्च के आधार पर अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग दाम हैं।
22 मार्च को दर संशोधन में साढ़े चार महीने के लंबे अंतराल के बाद क़ीमतों में वृद्धि की गई थी। तब से चार बार कीमतों में हर बार 80 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई थी। कच्चे तेल के दाम बढ़ने के बावजूद पिछले साढ़े चार महीने तक दाम नहीं बढ़ाए गए थे और आरोप लगाया जाता है कि ऐसा चुनाव की वजह से हुआ था।
रविवार को पाँचवीं बढ़ोतरी तब की गई है जब कांग्रेस ने इस बढ़ोतरी के ख़िलाफ़ शनिवार को ही देश भर में 31 मार्च से जबरदस्त विरोध-प्रदर्शन का फ़ैसला किया है।
कांग्रेस ने शनिवार को बीजेपी पर निशाना साधते हुए 'महँगाई मुक्त भारत अभियान' शुरू करने की घोषणा की। इसके तहत वह 31 मार्च से 7 अप्रैल तक देश भर में रैलियाँ और मार्च आयोजित करेगी।
कांग्रेस महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'भारत के लोगों को मोदी सरकार ने धोखा दिया, झांसा दिया और ठगा है। लोगों के वोट पाने के लिए पेट्रोल, डीजल, गैस सिलेंडर, पीएनजी और सीएनजी की कीमतों को 137 दिनों तक अपरिवर्तित रखने के बाद पिछला एक सप्ताह हर घर के बजट के लिए एक बुरा सपना रहा है।'
कार्यक्रम को लेकर सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता और आम लोग 31 मार्च को सुबह 11 बजे अपने घरों के बाहर और सार्वजनिक स्थानों पर माला पहनाए हुए गैस सिलेंडरों के साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे।
सुरजेवाला ने कहा कि ईंधन की क़ीमतों में भारी वृद्धि की ओर 'बहरी बीजेपी सरकार' का ध्यान आकर्षित करने के लिए वे लोग ड्रम, घंटी और अन्य यंत्रों की ध्वनि का भी उपयोग करेंगे। जिला स्तरीय 'महंगाई मुक्त भारत' धरना और मार्च 2 अप्रैल 2022 से 4 अप्रैल 2022 के बीच आयोजित किया जाएगा जबकि राज्य स्तरीय धरना और मार्च 7 अप्रैल को राज्य मुख्यालय में आयोजित किया जाएगा।
सुरजेवाला ने कहा, 'मई 2014 में जब मोदी जी ने सत्ता संभाली तो पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 9 रुपये 20 पैसे प्रति लीटर थी और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 3 रुपये 46 प्रति लीटर थी। पिछले आठ सालों में मोदी जी ने डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 531 प्रतिशत बढ़ाई है और पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 203 प्रतिशत बढ़ाई है।'
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