पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने मंगलवार को कहा कि वह दोनों देशों के बीच मतभेदों को सुलझाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ टेलीविजन पर बहस करना चाहेंगे।
इमरान ख़ान की यह टिप्पणी तब आई है जब दोनों देशों के बीच मौजूदा समय में रिश्ते बहुत अच्छे नहीं हैं। दोनों देशों के बीच आज़ादी के बाद से ही तनाव बरकरार है। भारत कहता रहा है कि आतंकवाद और बातचीत दोनों साथ-साथ नहीं चल सकते हैं। भारत साफ़ तौर पर कहता रहा है कि जब तक पाकिस्तान अपनी सीमा में मौजूद आतंकवादियों पर कार्रवाई नहीं करता है और जम्मू कश्मीर में आतंकियों को घुसपैठ कराना बंद नहीं करता है तब तक बातचीत नहीं हो सकती है।
इमरान खान ने दावा किया कि भारत से शत्रुता हो गयी है इसलिए उसके साथ व्यापार बेहद कम हो गया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की नीति सभी देशों के साथ व्यापार संबंध रखने की थी। इमरान खान की टिप्पणी हाल ही में पाकिस्तान के शीर्ष वाणिज्यिक अधिकारी रज्जाक दाऊद की इसी तरह की टिप्पणियों के बाद आई है। उन्होंने पत्रकारों से कहा था कि वह भारत के साथ व्यापार संबंधों का समर्थन करते हैं, जिससे दोनों पक्षों को फायदा होगा।
हालाँकि, भारत ने पाकिस्तान से बार-बार कहा है कि बातचीत 'आतंक मुक्त माहौल' में ही हो सकती है। नई दिल्ली ने इस्लामाबाद से बातचीत से पहले आतंकवाद पर कार्रवाई के सबूत दिखाने को कहा है।
भारत ने हाल के दिनों में पाकिस्तान को यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंक और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते हैं। भारत पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने की मांग करता रहा है।
2008 के मुंबई आतंकी हमले के अलावा, भारत ने पाकिस्तान से 2016 के पठानकोट आतंकी हमले के लिए ज़िम्मेदार आतंकवादियों और आतंकी संगठनों पर नकेल कसने के लिए कहा है। पठानकोट आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा के पार आतंकी लॉन्च पैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में भी आतंकी कैंपों पर हवाई हमला किया था।
रूस की यात्रा पर जा रहे इमरान
इमरान खान का साक्षात्कार मास्को की यात्रा की पूर्व संध्या पर आया है। वह रूस में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलेंगे। यह पाकिस्तान के किसी प्रधानमंत्री का दो दशकों में पहला ऐसा रूस का दौरा है। इससे पहले 1999 में पाकिस्तान की ओर से रूस की ऐसी यात्रा हुई थी।
इमरान ख़ान का मौजूदा दौरा तब हो रहा है जब यूक्रेन संकट बढ़ता जा रहा है। रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले की आशंका जताई जा रही है। हालाँकि कहा जा रहा है कि यूक्रेन पर मौजूदा संकट से पहले आर्थिक सहयोग पर वार्ता के लिए दो दिवसीय यात्रा की योजना बनाई गई थी।
यूक्रेन संकट के बारे में इमरान खान ने कहा, "इससे हमें कोई सरोकार नहीं है, रूस के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंध हैं और हम वास्तव में इसे मजबूत करना चाहते हैं।"
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