विपक्षी दलों ने गुरूवार को भी राज्यसभा में तवांग में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प के मुद्दे पर चर्चा की मांग की। काफी देर तक हंगामा होने के बाद कांग्रेस सहित विपक्षी सांसदों ने पूरे दिन के लिए सदन से वॉकआउट कर दिया। तवांग झड़प को लेकर संसद के शीतकालीन सत्र में लगातार हंगामा हो रहा है। लगातार हंगामे की वजह से कई बार सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा है।
बुधवार को विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर संसद परिसर में प्रदर्शन किया था। विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित विपक्षी दलों के नेता मौजूद रहे थे।
विपक्षी नेताओं ने पूछा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन पर चुप्पी कब तोड़ेंगे।
बताना होगा कि चीन और भारत के सैनिकों के बीच 9 दिसंबर को यांगस्ते इलाके में ही झड़प हुई थी। इस हिंसक झड़प में दोनों ओर से किसी भी जवान की मौत नहीं हुई लेकिन दोनों ओर के जवान घायल हुए थे।
गोयल के बयान पर हंगामा
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल के बिहार को लेकर दिए गए बयान पर भी हंगामा हुआ। इस पर पीयूष गोयल ने कहा कि उनका बिहार या बिहार के लोगों का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था।
क्या कहा था गोयल ने?
गोयल ने मंगलवार को आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा की ओर से महंगाई पर चर्चा के दौरान कहा था, इनका बस चले तो देश को बिहार बना दें। इस पर मनोज झा ने विरोध जताया था और कहा था कि यह पूरे बिहार का अपमान है। मनोज झा ने कहा था, वह उनके बारे में कुछ भी कह लें लेकिन बिहार को लेकर कोई टिप्पणी ना करें। इसे लेकर पीयूष गोयल ने हंगामा होने के बाद अपनी सफाई दी।
बिहार के कई सांसदों ने पीयूष गोयल पर उनके राज्य का अपमान करने का आरोप लगाया था। सांसदों ने गुरूवार को सदन में कहा कि वे किसी भी सूरत में बिहार का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। बिहार के उप मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी मनोज झा और पीयूष गोयल के बीच हुई बातचीत के वीडियो को शेयर किया है और कहा है देखिए,कैसे एक विवेकहीन व अहंकारी केंद्रीय भाजपाई मंत्री सदन के अंदर बिहार और बिहारियों का अपमान कर रहे हैं?
इनके गृह राज्य महाराष्ट्र से 2.5 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट्स गुजरात चले गए लेकिन ये चूँ तक नहीं कर सके, यही इनकी हैसियत है। तेजस्वी ने कहा है कि बिहार बीजेपी के नाकारा सांसदों ने जमीर बेच दिया है।
मनोज झा ने इस संबंध में राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखकर मंत्री से माफी मांगने और उस टिप्पणी को हटाने का आग्रह किया है।
अपनी राय बतायें