एक देश एक उर्वरक...यानी किसानों को अब खाद नए कलेवर में मिलेगी। खाद के राजनीतिकरण की यह शुरुआत है। अभी तक किसानों को सब्सिडी पर मिलने वाली खाद तमाम राजनीति से दूर रही है। केंद्र में सरकारें बदलती रहीं लेकिन खाद पर सब्सिडी कायम रही और उसे राजनीति का शिकार नहीं बनाया गया। केंद्र सरकार ने 24 अगस्त को फर्टिलाइजर (उर्वरक यानी खाद) कंपनियों के लिए इस संबंध में एक आदेश जारी किया, जिसका विश्लेषण जरूरी है।