ग़ाज़ियाबाद के इंदिरापुरम में रहने वाली रफ़त परवीन के परिवार वालों ने उसके ब्रेन डेड होने पर उसके अंग दान करके चार लोगों की ज़िंदगी बचा कर एक मिसाल क़ायम की है। उनके इस जज़्बे की जितनी तारीफ़ की जाए कम है। रफ़त की परिवार वालों के इस क़दम की ख़ूब तारीफ़ हो रही है। होनी भी चाहिए। क्योंकि उनका क़दम साहसिक होने के साथ ऐतिहासिक भी है।