प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन यानी एससीओ के शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए उज्बेकिस्तान के समरकंद की यात्रा पर जाएँगे। इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से यह ख़बर दी है। 15 और 16 सितंबर को होने वाले उस सम्मेलन में चीन के प्रीमियर शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ़ जैसे नेताओं के भी शामिल होने की संभावना है। इस शिखर सम्मेलन में इन देशों के प्रमुखों के बीच द्विपक्षीय वार्ता होने की भी संभावना है। क्या ये मुलाक़ातें अहम साबित होंगी?
मोदी एससीओ सम्मेलन में जाएँगे; जिनपिंग, पुतिन, शहबाज से मिलेंगे?
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- सत्य ब्यूरो
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- 11 Sep, 2022
उज्बेकिस्तान में होने वाला शंघाई सहयोग संगठन यानी एससीओ का शिखर सम्मेलन भारत के लिए अहम क्यों है? क्या दोनों पड़ोसी देशों के साथ कुछ सकारात्मक पहल होगी?

ये मुलाक़ातें भारत के लिए अहम हो सकती हैं क्योंकि पाकिस्तान और चीन के साथ रिश्ते बड़े टकराव पूर्ण रहे हैं और हाल में स्थिति कुछ बदलती हुई दिख रही है। गोगरा और हॉटस्प्रिंग के इलाकों में भारत और चीन की सेनाएं पीछे हट रही हैं। इधर, पाकिस्तान में नयी सरकार बनने के बाद सकारात्मक टिप्पणियाँ आ रही हैं।