कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की चर्चा एक बार फिर लोगों की जुबान पर है। बीते 24 घंटों में आए 1 लाख से ज़्यादा मामलों के बाद लोग पूछ रहे हैं कि क्या देश में लॉकडाउन लग सकता है। कोरोना संक्रमण की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 अप्रैल को मुख्यमंत्रियों से बातचीत करेंगे। इस दौरान वे कोरोना के टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा भी करेंगे। बताया जा रहा है कि यह बैठक शाम को 6.30 बजे होगी।
प्रधानमंत्री ने 17 मार्च को भी मुख्यमंत्रियों से बातचीत की थी और इसमें कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर त्वरित और निर्णायक क़दम उठाने के लिए कहा था।
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन मंगलवार को 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। इन राज्यों में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पंजाब और राजस्थान शामिल हैं। इन सभी राज्यों में बीते दिनों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भी उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की थी। इसमें फ़ैसला लिया गया कि केंद्र की ओर से महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ में टीमें भेजी जाएंगी। इन टीमों में स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल होंगे।
मुंबई पुलिस ने सोमवार को प्रेस नोट जारी कर कहा है कि प्रत्येक शुकवार को रात 8 बजे से सोमवार सुबह 7 बजे तक वीकेन्ड लॉकडाउन पर अति आवश्यक कामों के अलावा किसी भी काम के लिए बाहर घूमने पर पाबंदी है। अति आवश्यक सेवाओं के लिए भी लोगों को अपने इलाके के असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर दफ्तर से पास बनवाना पड़ेगा। पुलिस ने कहा है कि बिना पास के घूमने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
1 लाख से ज़्यादा मामले
देश में पहली बार कोरोना संक्रमण के
1 लाख से ज़्यादा मामले आए हैं। बीते 24 घंटों में संक्रमण के 1 लाख 3 हज़ार 558 मामले दर्ज किए गए और 478 लोगों की मौत हुई है। कोरोना की पहली लहर में भी सबसे बड़ा आंकड़ा पिछले साल 16 सितंबर को आया था। यह आंकड़ा 97 हज़ार 894 था। महाराष्ट्र में भी संक्रमण की रफ्तार तेज है और रविवार को 57 हज़ार से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं।
तीसरे चरण का टीकाकरण जारी
कोरोना संक्रमण के हर दिन बढ़ रहे मामलों के बीच देश भर में तीसरे चरण का टीकाकरण जारी है। इसमें 45 साल और इससे ऊपर की उम्र वाले लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। भारत सरकार ने इस साल 16 जनवरी को कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम शुरू किया था। इसमें हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया गया था। इसके बाद दूसरा चरण 1 मार्च से शुरू हुआ था। इसमें 60 साल और इससे ऊपर की उम्र वाले लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया था।
डॉ. गुलेरिया ने चेताया
कोरोना संक्रमण की तेज होती रफ़्तार के बीच दिल्ली, एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने लोगों
को चेताया है। डॉ. गुलेरिया ने कहा है कि हालात बेहद गंभीर हैं और अगर कोरोना से बचने के लिए ज़रूरी एहतियात नहीं बरते गए तो देश में एक बड़ा संकट खड़ा हो सकता है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया (टीओआई) के मुताबिक़, डॉ. गुलेरिया ने कहा, “भारत में कोरोना संक्रमण की पहली लहर के दौरान 70 हज़ार मामले आने में कई महीने लगे लेकिन इस बार हम इस लहर को तेज़ी से बढ़ते देख रहे हैं। ऐसे ही हालात दिल्ली में भी बन रहे हैं।”
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