लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी ने श्वेत पत्र के माध्यम से कांग्रेस पर चौतरफा हमला किया है। मोदी सरकार ने संसद में 59 पेज का श्वेत पत्र पेश कर यूपीए सरकार पर बड़े आरोप लगाए हैं। इसने कहा है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार को अर्थव्यवस्था विरासत में स्वस्थ हालत में मिली थी, लेकिन इसने इसको संकट में छोड़ दिया था।
यूपीए को स्वस्थ अर्थव्यवस्था मिली थी, संकट में छोड़ दिया: केंद्र का श्वेत पत्र
- देश
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- 8 Feb, 2024
मोदी सरकार आख़िरकार संसद में श्वेत पत्र ले ही आई। इसने यूपीए सरकार की अर्थव्यवस्था पर बड़े-बड़े आरोप लगाए हैं।

मोदी सरकार ने यूपीए के 10 वर्षों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दस साल पर अपना तुलनात्मक श्वेत पत्र जारी किया है। इसमें कहा गया है, 'यूपीए सरकार को एक स्वस्थ अर्थव्यवस्था विरासत में मिली थी, लेकिन 10 वर्षों में इसे नॉन-परफॉर्मिंग यानी गैर-निष्पादित अर्थव्यवस्था बना दिया गया।' इसने यूपीए सरकार पर सार्वजनिक वित्त के कुप्रबंधन, अदूरदर्शी प्रबंधन और व्यापक आर्थिक नींव को कमजोर करने का आरोप लगाया। आरोप लगाया गया कि सरकार ने उन सिद्धांतों को त्याग दिया जो आर्थिक उदारीकरण लाए थे।