प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए पड़ोसी देशों से रिश्तों पर जो कुछ कहा, उससे कुछ सवाल खड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि पड़ोसी वही नहीं हैं, जिनसे सीमाएं मिलती हैं, वे भी हैं जिनसे दिल मिलते हैं। उन्होंने ‘ग्रेटर नेवरहुड’ की बात कही। प्रधानमंत्री ने ‘आसियान’ की बात कही है और कहा कि उनके साथ सदियों पुराना रिश्ता रहा है। मोदी का कहना था कि पड़ोसियों के साथ पारस्परिक सम्मान का भाव है और उनसे हमारे बेहतर रिश्ते हैं।
मोदी राज में एक-एक कर सभी पड़ोसी क्यों छोड़ रहे हैं भारत का साथ?
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- 15 Aug, 2020

यह भारतीय कूटनीति और विदेश नीति की विंडबना ही कही जाएगी कि एक-एक कर सभी देशों से भारत के रिश्ते मोदी शासन काल में बिगड़े है। यह भी अजीब स्थिति है कि इन देशों के साथ कोई बहुत बड़ा मुद्दा नहीं है, ऐसा मतभेद नहीं है जिसे बात कर सुलझाया नहीं जा सकता है।