पीएम मोदी का सोमवार 6 मई को एक टीवी इंटरव्यू सामने आया था। एक सवाल के जवाब में मोदी ने मुसलमानों को आत्ममंथन की सलाह दी थी। मोदी ने इंटरव्यू को वो हिस्सा खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। पहले आप लोग उसे सुनिए। मोदी ने उस इंटरव्यू में कहा था- पहली बार, मैं मुस्लिम समुदाय से आत्ममंथन करने को कह रहा हूं।
आप यह सोचते रहेंगे कि सत्ता में किसे बिठाएंगे और किसे उतारेंगे, तो उसमें आप अपने बच्चों का भविष्य ही खराब करेंगे।
वही मोदी मंगलवार 7 मई को मुसलमानों को आरक्षण दिए जाने का विरोध करते नजर आए। दरअसल, आरजेडी संस्थापक और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव ने मंगलवार को खुलकर कहा कि मुसलमानों को पूरा आरक्षण बिल्कुल मिलना चाहिए। मोदी ने इसी बात पर ऐतराज जताया।
हालांकि मोदी इस बात को भूल गए कि आंध्र प्रदेश में उनके एनडीए गठबंधन की पार्टी टीडीपी (तेलगू देशम पार्टी) ने खुलकर कहा कि अगर वो सत्ता में आई तो मुसलमानों को 4.5 फीसदी आरक्षण देगी। यह बात उनके घोषणापत्र में दर्ज है और बाद में चंद्रबाबू नायडू ने इस वादे को मंच से दोहराया। एक रैली में तो चंद्रबाबू नायडू ने मुसलमानों के आरक्षण की बात अमित शाह के सामने भी कही।
मोदी मंगलवार को मध्य प्रदेश के धार में चुनावी रैली संबोधित करने पहुंचे, वहां उन्होंने लालू यादव के बयान का जवाब दिया। मोदी ने कहा- "कांग्रेस चुप है लेकिन आज उसके एक सहयोगी ने INDI (इंडिया) गठबंधन के इरादों की पुष्टि की। उनके नेता, जो चारा घोटाले के सिलसिले में जेल में हैं और अदालत द्वारा दंडित किए गए हैं... वह अभी जमानत पर बाहर आये हैं.. .उन्होंने कहा कि मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए और सिर्फ आरक्षण नहीं, वह कहते हैं कि मुसलमानों को 'संपूर्ण' आरक्षण मिलना चाहिए?''
पीएम मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के सदस्यों को संविधान द्वारा दिए गए आरक्षण का लाभ छीनना चाहते हैं और "मुसलमानों को पूर्ण आरक्षण" देना चाहते हैं।
पीएम मोदी ने कसम खाई कि जब तक वह जीवित हैं, वह किसी को भी "छद्म धर्मनिरपेक्षता" के नाम पर "भारत की पहचान मिटाने" की अनुमति नहीं देंगे।
मोदी ने कहा- "कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के लोगों को सुनना चाहिए - जब तक मोदी जीवित हैं, छद्म धर्मनिरपेक्षता के नाम पर भारत की पहचान को मिटाने का कोई भी प्रयास सफल नहीं होगा।"
लालू ने मुस्लिम आरक्षण पर क्या कहा था
लालू प्रसाद यादव ने एएनआई से मंगलवार 7 मई को कहा कि मुसलमानों को 'पूरा आरक्षण' मिलना ही चाहिए। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी भाजपा नेता अमित शाह के आरोप के एक दिन बाद आई है कि कांग्रेस ने कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में एससी, एसटी और ओबीसी के लिए कोटा कम करके मुसलमानों को आरक्षण दिया। हालांकि कर्नाटक में भाजपा की सहयोगी जेडीएस के शासनकाल में मुसलमानों को 5 फीसदी आरक्षण की घोषणा की गई थी।
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