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कोरोना: अब बेंगलुरु में भी फिर से पूरी तरह लॉकडाउन; क्या पूरे देश में स्थिति ठीक नहीं?

अनलॉक की प्रक्रिया जारी रहने और तेज़ी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच ही कई राज्यों के बाद अब कर्नाटक के बेंगबुरु में भी पूरी तरह लॉकडाउन लगाने की घोषणा की गई है। 14 जुलाई को रात 8 बजे से लेकर 22 जुलाई को सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन जारी रहेगा। दूध, सब्जी, फल, दवाइयाँ जैसी ज़रूरी चीजें अबाध रूप से आपूर्ति की जाती रहेंगी, लेकिन इसके अलावा दूसरी सेवाएँ और प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। हालाँकि पूरे कर्नाटक में 2 अगस्त तक के लिए हर रविवार को पूर्ण लॉकडाउन के तहत आज राज्य में लॉकडाउन लगा हुआ है।

इससे पहले कई राज्यों में लॉकडाउन को बढ़ाया जा चुका है। पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन को 31 जुलाई के लिए लागू किया गया है। नगालैंड में भी 31 जुलाई तक तालाबंदी रहेगी। उत्तर प्रदेश में वीकेंड के लिए लॉकडाउन है, महाराष्ट्र के पुणे में 10 दिनों के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। असम के गुवाहाटी में 19 जुलाई तक और अरुणाचल प्रदेश के इटानगर, नहरलगुन, निर्जुली और बांदेरदवा सहित कई जगहों पर 20 जुलाई तक लॉकडाउन बढ़ाया जा चुका है। 

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इसी बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा है कि कोरोना मामलों की बढ़ती संख्या पर अंकुश लगाने के लिए विशेषज्ञों के सुझावों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने मंगलवार, 14 जुलाई को सुबह 8 बजे से 7 दिनों के लिए बेंगलुरु शहरी और ग्रामीण ज़िलों में पूर्ण लॉकडाउन लागू करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि सोमवार को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। उन्होंने ट्वीट किया, 'मैंने लोगों से सरकार के साथ सहयोग करने, सभी दिशानिर्देशों का पालन करने, सभी एहतियाती क़दम उठाने और महामारी को रोकने में हमारी मदद करने की अपील की।'

बेंगलुरु में कोरोना संक्रमण के मामले तेज़ी से आ रहे हैं और शनिवार को शहर में 1533 नये मामले सामने आए। शहर में अब तक 16 हज़ार 862 संक्रमण के मामले आ चुके हैं और 229 लोगों की मौत हो चुकी है। पूरे राज्य में अब तक 36 हज़ार 216 संक्रमण के मामले आ चुके हैं और 613 लोगों की मौत हो चुकी है। 

राज्य में लॉकडाउन लगाने का फ़ैसला तब लिया गया है जब कुछ दिन पहले ही कोरोना संक्रमण के मामले तेज़ी से बढ़ने के बावजूद कहा गया था कि लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। लेकिन हाल के दिनों में देखने में आया है कि एंबुलेंस के लिए लोगों को इंतज़ार करना पड़ रहा है और अस्पतालों में बेड के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। 

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अस्पताल में बेडों की कमी का सामना दिल्ली में भी करना पड़ा था, लेकिन बाद में यहाँ 10 हज़ार बेड का मेक-शिफ़्ट अस्पताल तैयार कर लिया गया है। लेकिन जिस तेज़ी से संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं उससे आशंका जताई जा रही है कि अब दूसरे राज्यों में भी अस्पतालों में बेड की कमी का सामना करना पड़ सकता है।

पूरे देश में फ़िलहाल रिकॉर्ड संक्रमण के मामले आ रहे हैं। भारत में बीते शनिवार को एक दिन में कोरोना संक्रमण के 27,114 मामले सामने आए और 519 लोगों की मौत हुई। भारत में अब तक कुल 8,20,916 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और 22,123 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसी ही स्थिति रही तो पूरी तरह से लॉकडाउन और राज्यों में लगाए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

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क़मर वहीद नक़वी
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