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लॉरेंस बिश्नोईः हिन्दुत्व का नया पोस्टर ब्वॉय, सोशल मीडिया पर महिमा मंडन क्यों?

बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में नाम आने और मुंबई अंडरवर्ल्ड में नये डॉन के रूप में स्थापित होने के कुछ ही घंटों के भीतर, पंजाब का कैटेगरी-ए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक शीर्ष हत्यारे के रूप में सामने आ गया। कनाडाई पुलिस ने दावा किया कि वह खालिस्तान समर्थक नेता और भारत में आतंकवादी घोषित हरदीप सिंह निज्जर की जून 2023 में कनाडा में हुई हत्या से भी जुड़ा है। अब आप भारतीय गोदी मीडिया के चैनलों को देखिये, जो उसे खालिस्तानियों का काल बता रहे हैं। यानी कनाडा ने जो आरोप लगाया है, उसकी पुष्टि गोदी मीडिया चैनल कर रहे हैं।

एक्स पर जयपुर डॉयलॉग के हैंडल को देखिये, उस पर किये जा रहे ट्वीट को देखिये। आपको सब समझ आ जाएगा। नीचे एक वीडियो इसकी बानगी के लिए काफी है।

यह उस युवक के लिए जिन्दगी का दुखद मोड़ है, जिसकी मां अबोहर के दुतरांवाली की रहने वाली सुनीता बिश्नोई ने उसके लिए बड़े सपने देखे थे। यूरोपियों की तरह लॉरेंस की गोरी त्वचा के कारण, उन्होंने उसका नाम शिक्षाविद् हेनरी लॉरेंस के नाम पर रखा था, जो 1849 में पंजाब के पहले प्रशासन बोर्ड के सदस्य थे, जब अंग्रेजों ने इसे अपने कब्जे में ले लिया था। लॉरेंस के परिवार के पास अपने गांव में लगभग 110 एकड़ जमीन थी। माता-पिता ने उसे 1847 में हेनरी लॉरेंस द्वारा स्थापित सनावर के प्रसिद्ध लॉरेंस स्कूल में भेजने का सपना देखा।

  • 15 साल से भी कम समय पहले, उसने डीएवी कॉलेज और बाद में पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ में छात्र राजनीति में छोटे कदम रख रहे थे। 
  • अब, उसे भारत में सबसे बड़े गैंगस्टर के रूप में देखा जा रहा है, जहां उसका नेटवर्क पाकिस्तान, कनाडा, अमेरिका और अन्य देशों तक फैला हुआ है। 
  • अपराध में उसकी एंट्री एक प्रतिद्वंद्वी छात्र गुट के साथ लड़ाई से शुरू हुई। आरोप है कि लॉरेंस ने एक नेता की कार में आग लगा दी थी जिसके लिए उसे गिरफ्तार कर लिया गया और चंडीगढ़ की बुड़ैल जेल भेज दिया गया। वह पहले से ही छात्र नेता से गैंगस्टर बने अकाली नेता विक्की मिद्दुखेड़ा के प्रभाव में था। 
  • जेल में उनकी मुलाकात कई अन्य लोगों से हुई और फिर उन्होंने अपराध की दुनिया से पीछे मुड़कर नहीं देखा। यह छोटी सी कहानी बताना जरूरी थी, ताकि जिस तरह उसे अब हिन्दुत्व का पोस्टर ब्वॉय बनाया जा रहा है, वो मौजूदा पीढ़ी के युवकों के लिए खतरनाक है।

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सोशल मीडिया पर लॉरेंस बिश्नोई को सनातन धर्म का रक्षक बताया जा रहा है। समृद्धि शर्मा ने एक्स पर लिखा है- मैं इस दिन का लंबे समय से इंतजार कर रही थी, जब हिंदू समुदाय से कोई तथाकथित बॉलीवुडियों को चुनौती देने के लिए खड़ा होगा। हमारे नायक, लॉरेंस बिश्नोई ने आखिरकार यह कर दिखाया।

एक्स यूजर आशीष जोशी का ट्वीट देखिये-  यह लॉरेंस बिश्नोई उग्र हिंदुत्ववादी और सनातन धर्म का अपमान और अपमान करने वालों का शत्रु लगता है! वह मौलाना मोदी का विरोधी है, जिसे हिंदू हृदय सम्राट के रूप में प्रचारित किया गया था, लेकिन वास्तव में वह जिहादियों के लिए काम करने वाला एक पागल मुल्ला है!

एक्स पर खुद को मोदी का परिवार बताने वाले श्यामसुंदर ने लिखा है- वन-मैन आर्मी जब जिहादियों से हिंदुओं, हिंदुत्व और हमारे देश की रक्षा की बात आती है, अगर उसे खुला छोड़ दिया जाता है तो ... (गाली) समुदाय का कोई भी व्यक्ति हिंदुओं, हिंदुत्व या देश के खिलाफ अपनी पूंछ नहीं हिलाएगा।
एक्स पर यूजर डॉ रामकिशोर सिंह ने फरमाया है- लॉरेंस बिश्नोई का जन्म बॉलीवुड को जेहादियों से साफ़ करने के लिए हुआ है।
हर जेहादी को इसकी कीमत चुकानी होगी।' लॉरेंस एक असली हीरो है।

एक्स पर हेमंत जादौन ने लिखा है- लॉरेंस बिश्नोई बिल्कुल सही काम कर रहे हैं। उनकी टक्कर में न कोई है और न कोई आएगा। वो बिल्कुल राष्ट्र भक्त हैं और लोगो की तरह देश द्रोही नहीं है । सरकार का काम हमारा भाई कर रहा है गलत के साथ गलत ही करता है, किसी में हिम्मत ही नहीं है ये सब करने की

क्या सरकार के साथ संबंध है

अब अगर कनाडा सरकार के बयान को सच माना जाये तो वो उन्होंने बहुत तरीके से लॉरेंस बिश्नोई के संबंध का खुलासा किया है। रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) के सहायक आयुक्त, संघीय पुलिसिंग, राष्ट्रीय सुरक्षा ब्रिगिट गौविन ने आरोप लगाया कि लॉरेंस-गोल्डी बरार गिरोह 'भारत सरकार के एजेंटों' से जुड़ा है। उन्होंने कहा- “यह (भारत) दक्षिण एशियाई समुदाय को टारगेट कर रहा है, लेकिन वे विशेष रूप से कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों को टारगेट कर रहे हैं... हमने जो देखा है, आरसीएमपी नजरिये से, वे संगठित अपराधिक तत्वों का इस्तेमाल करते हैं। विशेष रूप से एक संगठित अपराध समूह - बिश्नोई समूह - द्वारा इसे सार्वजनिक रूप से जिम्मेदार ठहराया गया है और दावा किया गया है... हमारा मानना ​​है कि यह समूह भारत सरकार के एजेंटों से जुड़ा हुआ है।'' हालांकि भारत सरकार ने इस सारे आरोप को खारिज कर दिया है।
मुंबई पुलिस लंबे समय से लॉरेंस बिश्नोई की कस्टडी मांग रही थी। लेकिन केंद्रीय गृहमंत्रालय के आदेश पर उसे किसी भी राज्य पुलिस या एजेंसी को बिना अनुमति नहीं सौंपा जा सकता। अभी तक सिर्फ दिल्ली पुलिस और एनआईए ने ही उससे पूछताछ की है। लेकिन शेष किसी राज्य की पुलिस या एजेंसी ने पूछताछ नहीं की है। मुंबई में सलमान खान को धमकी मिलने के बाद और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद भी मुंबई पुलिस ने मांग की लेकिन कस्टडी नहीं मिली। इन तथ्यों का क्या अर्थ लगाया जाय।
लॉरेंस के तार पाकिस्तान से भी जुड़े हुए हैं। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी वो मुख्य आरोपी है। वह फिलहाल गुजरात की साबरमती जेल में बंद हैं। कहा जाता है कि उसका करीबी सहयोगी गोल्डी बरार कनाडा या अमेरिका में छिपा हुआ है। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश में अपराध सिंडिकेट की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पंजाब पुलिस के डोजियर के अनुसार, उसका पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर हरविंदर रिंदा से संबंध है, जिसके बारे में कहा जाता है कि उसने सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए उसे हथियार मुहैया कराए थे।

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लॉरेंस बिश्ननोई किसका एजेंट है या किसका नहीं है, इसकी जांच जरूरी है। क्योंकि उसी से सारे तथ्य सामने आ जायेंगे। क्योंकि बाबा सिद्दीकी की हत्या अचानक हुई है। क्या बाबा सिद्दीकी को किसी और वजह से लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने खत्म किया और सारे मामले को बॉलीवुड से जोड़ दिया गया। क्या बाबा सिद्दीकी हत्या का संबंध किसी बड़े जमीन के मामले से है और सुपारी देकर उस पावरफुल शख्सियत ने हत्या कराई हो और उसे अलग मोड़ दिया गया। अभी तक लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप ने खुद आगे बढ़कर ऐसी हत्याओं का श्रेय लिया है। इसका राज बहुत गहरा है। अगर महाराष्ट्र में सरकार बदलती है तो शायद इस सारे मामले का सच सामने आयेगा। क्या महाराष्ट्र में अगर विपक्षी गठबंधन एमवीए सत्ता में आता है तो वो लॉरेंस बिश्नोई की कस्टडी के लिए अदालत जायेगी, क्योंकि अब अदालत ही मुंबई पुलिस को लॉरेंस की कस्टडी दिला सकती है। लेकिन उससे पहले देश में होने वाले एनकाउंटरों पर भी नजर रखी जानी चाहिए।
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क़मर वहीद नक़वी
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