दिल्ली सचिवालय में संयुक्त सचिव के पद पर तैनात एवी प्रेमनाथ को यौन उत्पीड़न के एक मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। एवी प्रेमनाथ के खिलाफ उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक नाबालिग लड़की का यौन शोषण करने का आरोप है। एवी प्रेमनाथ के खिलाफ बलात्कार की कोशिश, आईटी एक्ट के साथ ही पॉक्सो एक्ट की धाराओं में भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
यह घटना उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के हवालबाग ब्लॉक की है। एवी प्रेमनाथ को कड़ी सजा देने की मांग को लेकर उत्तराखंड में कई संगठन प्रदर्शन भी कर चुके हैं।
दैनिक जागरण के मुताबिक, दिल्ली के बुराड़ी में रहने वाली और वर्तमान में अल्मोड़ा के हवालबाग ब्लॉक की निवासी एक महिला अपनी नाबालिग बेटी को लेकर 3 सितंबर को अपर जिलाधिकारी चंद्र सिंह मर्तोलिया के दफ्तर पहुंची।
प्लीजेंट वैली फाउंडेशन स्कूल
खबरों के मुताबिक, एवी प्रेमनाथ और उसकी पत्नी आशा का अल्मोड़ा के डांडा-कांडा गांव में प्लीजेंट वैली फाउंडेशन एनजीओ के नाम से एक स्कूल है। स्कूल के परिसर में ही 4 महीने पहले नाबालिग का यौन उत्पीड़न किया गया था। पुलिस ने कहा है कि वह इस मामले में और सुबूत इकट्ठा कर रही है।
बुधवार को नैनीताल जिले के हल्द्वानी से एवी प्रेमनाथ को गिरफ्तार कर पुलिस रानीखेत ले गई और वहां कोतवाली में उससे पूछताछ की गई। इसके बाद पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इस दौरान विभिन्न संगठनों से जुड़े कई लोग कोतवाली पहुंचे और नारेबाजी की।
अतिक्रमण की शिकायत
दैनिक जागरण के मुताबिक, एवी प्रेमनाथ के प्लीजेंट वैली फाउंडेशन स्कूल में अतिक्रमण की शिकायत सामने आई है और इस मामले में उन्हें नोटिस भी जारी किया जा चुका है। लेकिन उनके खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई। नाबालिग से यौन उत्पीड़न के मामले में नाम सामने आने के बाद अब उनके अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज हो रही है।
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