जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार का कहना है कि अगर उनका नाम कन्हैया अंबानी होता तो पुलिस उनके ख़िलाफ़ चार्जशीट दाख़िल नहीं करती, उनके पीछे-पीछे घूमती। कन्हैया ने यह बात 'सत्य हिंदी' से एक ख़ास बातचीत में कही है। कन्हैया का कहना है कि चूँकि वह ग़रीब परिवार से हैं, इसलिए पुलिस उनके पीछे पड़ी हुई है और उन्हें फँसा रही है। कन्हैया कुमार पर आरोप है कि उन्होंने देश तोड़ने वाले नारे लगाए थे।

दिल्ली पुलिस की ओर से फ़ाइल की गई चार्जशीट में जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया है। कन्हैया ने इसे बीजेपी सरकार की साज़िश बताया है।
'बीजेपी सरकार की साज़िश'
कन्हैया इन दिनों बिहार के बेगूसराय में अपने गाँव बिहटा में हैं। उनके बारे में चर्चा है कि वह बेगूसराय से लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। कन्हैया का मानना है कि जिस बात को आधार बनाकर उनके ख़िलाफ़ चार्जशीट फ़ाइल की गई है, उसे दिल्ली हाई कोर्ट ने पहले ही ख़ारिज कर दिया है। कन्हैया के मुताबिक़, पुलिस उन पर जिस समारोह में देश के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी करने के आरोप लगा रही है, उसमें वह मौजूद ही नहीं थे। कन्हैया ने पुलिस की चार्जशीट को बीजेपी सरकार की साज़िश बताया है।
शैलेश कुमार न्यूज़ नेशन के सीईओ एवं प्रधान संपादक रह चुके हैं। उससे पहले उन्होंने देश के पहले चौबीस घंटा न्यूज़ चैनल - ज़ी न्यूज़ - के लॉन्च में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीवी टुडे में एग्ज़िक्युटिव प्रड्यूसर के तौर पर उन्होंने आजतक