यूक्रेन में फँसे 240 भारतीयों को लेकर तीसरी उड़ान आज सुबह बुडापेस्ट से दिल्ली पहुँची। सरकारी अधिकारियों ने कहा है कि रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से 250 भारतीय नागरिकों को लेकर एयर इंडिया की दूसरी उड़ान दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरने के कुछ घंटों बाद ही यह तीसरा विमान आया है। यात्रियों का स्वागत करने नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बिल्कुल उसी अंदाज़ में विमान के अंदर पहुँचे जैसे एक दिन पहले पीयूष गोयल पहुँचे थे। दोनों मंत्रियों के स्वागत करने का तरीक़ा और संदेश भी बिल्कुल एक जैसा था।
बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हवाई अड्डे पर निकलने वाले लोगों को गुलाब देकर उनका स्वागत किया। उनके स्वागत में विमान के अंदर जाने का वीडियो उन्होंने ट्वीट किया है।
Joyous homecoming!
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) February 26, 2022
Relieved & delighted to see 250 Indians safely return from Ukraine on the @airindiain flight at the Delhi Airport. Received & interacted with them along with with my colleague Sh @VMBJP Ji. Welcome back! #OperationGanga pic.twitter.com/KQ8tcHSTeo
भारत ने शनिवार को यूक्रेन में रूसी सैन्य हमले के बीच अपने फँसे हुए नागरिकों को निकालने की शुरुआत की। पहली उड़ान शाम को बुखारेस्ट से 219 लोगों को लेकर मुंबई वापस लौटा था। अधिकारियों ने कहा कि दूसरी उड़ान 250 भारतीय नागरिकों को लेकर दिल्ली हवाई अड्डे पर रविवार तड़के लगभग 2.45 बजे उतरी। एयर इंडिया की तीसरी उड़ान हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से दिल्ली लौटी।
यूक्रेन के हवाई क्षेत्र को 24 फरवरी की सुबह से नागरिक विमान संचालन के लिए तब बंद कर दिया गया जब रूसी सैन्य आक्रमण शुरू हुआ था। इसलिए, भारतीय उड़ानें बुखारेस्ट और बुडापेस्ट से लोगों को निकाल रही हैं। अधिकारियों ने कहा कि यूक्रेन-रोमानिया सीमा और यूक्रेन-हंगरी सीमा पर पहुंचने वाले भारतीय नागरिकों को भारत सरकार के अधिकारियों की सहायता से सड़क मार्ग से क्रमशः बुखारेस्ट और बुडापेस्ट ले जाया गया, ताकि उन्हें एयर इंडिया की इन उड़ानों से अपने देश वापस लाया जा सके।
बता दें कि यूक्रेन में फंसे 219 भारतीयों को लेकर एयर इंडिया का विमान मुंबई में लैंड करते ही केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल उसमें भारतीय छात्रों का स्वागत करने पहुंच गए। हालांकि तब तक उन लोगों की न तो इमीग्रेशन की कार्रवाई पूरी हुई थी और न विमान को सुरक्षा के नज़रिए से क्लीयर किया गया था। उधर, यूपी सरकार भी यूक्रेन से लौट रहे छात्रों के स्वागत में जोरशोर से लग गई है। उसने जिलों में अफसरों की टीम बना दी है।
पीयूष गोयल ने इन भारतीय छात्रों से कहा कि आप लोग अपना इमीग्रेशन करा लें। उन्होंने यह भी कहा कि वे लोग अपने जानने वालों को बताएँ कि भारत सरकार उन्हें देश में सुरक्षित लाएगी।
कीव और खारकीव में अभी भी हजारों स्टूडेंट्स फंसे हुए हैं। जिन्हें लाने की योजना का कोई ऐलान अभी तक भारत सरकार ने नहीं किया है।
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों का मुद्दा उस समय बड़ा हो गया जब एक के बाद एक छात्रों के वीडियो सोशल मीडिया पर आए, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस पर दो दिन तक लगातार ट्वीट किया और विपक्षी दलों के नेताओं ने भी इस मुद्दे को उठाया। अभी भी हजारों छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव और खारकीव में फंसे छात्रों को निकालना बेहद मुश्किल है।
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