भारत ने दो महीने के अंतराल के बाद कनाडाई लोगों के लिए ई-वीजा सेवाएं फिर से शुरू करने का फ़ैसला किया है। खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में दोनों देशों के बीच ख़राब हुए रिश्तों के मद्देनज़र भारत ने ई-वीज़ा सेवाएँ बंद कर दी थीं। क़रीब दो महीने तक यह बंद रहीं। अब इसके शुरू होने के बाद राजनयिक तनाव में संभावित कमी का संकेत है।
पिछले महीने भारत सरकार द्वारा कनाडाई नागरिकों के लिए कुछ श्रेणियों की वीज़ा सेवाओं को बहाल कर दिया गया था। तब कनाडा ने इस फैसले का कनाडाई लोगों के लिए अच्छी खबर के रूप में स्वागत किया था। हाल ही में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने आरोपों को दोहराते हुए कहा था कि कनाडा इस बहुत गंभीर मामले पर नई दिल्ली के साथ रचनात्मक रूप से काम करना चाहता है।
इस साल की शुरुआत में कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता के कनाडा के आरोपों के बाद दोनों देशों के बीच संबंध ख़राब हो गए थे।
निज्जर एक भारतीय आतंकवादी और प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख था। वह 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के एक गुरुद्वारे के बाहर मारा गया था। वह भारत के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक था। उस पर 10 लाख रुपये का नकद इनाम था। हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता के ट्रूडो के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंध गंभीर तनाव में आ गए। भारत ने ट्रूडो के आरोपों को बेतुका और प्रेरित बताकर खारिज कर दिया था।
पिछले महीने कनाडा ने घोषणा की थी कि उसने भारत से 41 राजनयिकों को निकाल लिया है और चंडीगढ़, मुंबई और बेंगलुरु में अपनी वीजा और कांसुलर सेवाएँ रोक दी हैं, और ये सेवाएं अब केवल दिल्ली में कनाडाई उच्चायोग में उपलब्ध होंगी।
बहरहाल, अब तनाव कम होता हुआ दिख रहा है। मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए ई-वीजा सेवाएँ फिर से शुरू कर दी हैं। पिछले महीने, इसने प्रवेश वीजा, बिजनेस वीजा, मेडिकल वीजा और कॉन्फ्रेंस वीजा सहित कुछ श्रेणियों में वीजा सेवाएं बहाल की थीं।
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