क्या आपको पता है कि भारत की जनसंख्याी कितनी है? या फिर उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार की कितनी है? यदि आप कहते हैं कि देश की जनसंख्या 140 करोड़ है तो यह पूरी तरह मनगढ़ंत आँकड़ा है। 13 साल पहले हुई जनगणना के आधार पर यदि अनुमान लगाया जाएगा तो इसे मनगढ़ंत नहीं कहा जाएगा तो और क्या! तो सवाल है कि जब जनगणना के आँकड़े ही नहीं हैं तो फिर इसका पता कैसे चलेगा कि कितने लोग भूखा पेट सो रहे हैं या फिर कितने लोग नौकरी कर रहे हैं और कितने बेरोजगार हैं? कितने लोगों को गरीबी से बाहर निकाल दिया या फिर कितने को गरीबी में धकेल दिया, क्या इसका कभी पता चल पाएगा? कितनी जनसंख्या पर कितने अस्पताल, डॉक्टर या नर्स हैं, क्या इसका पता चल पाएगा?