भारत ने सोमवार को नई दिल्ली में कनाडा के राजनयिकों से शनिवार तक देश छोड़ने को कह दिया तो जवाबी कार्रवाई में कनाडा ने भी छह भारतीय राजनयिकों को देश छोड़ने को कहा है। कनाडा की पुलिस ने दावा किया है कि वे भारत सरकार के हिंसा अभियान का हिस्सा थे। ऐसा तब हुआ जब भारत और कनाडा के बीच संबंध फिर से बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। भारत ने सोमवार को कनाडा में अपने उच्चायुक्त संजय वर्मा को वापस बुलाने का फ़ैसला किया है। भारत ने यह फ़ैसला तब लिया जब हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड मामले में कनाडा ने राजनियकों के शामिल होने का आरोप लगा दिया है। भारत ने इन आरोपों को बेतुका और वोट बैंक की राजनीति पर केंद्रित राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा बताया है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कनाडा के राजदूत को तलब किया गया। इसने कनाडा को कहा है कि भारतीय उच्चायुक्त और अन्य राजनयिकों और अधिकारियों को आधारहीन तरीके से निशाना बनाना पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
निज्जर विवाद: भारत, कनाडा ने एक-दूसरे के राजनयिकों को निकाला
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- 15 Oct, 2024
कनाडा ने निज्जर हत्याकांड मामले में फिर से भारतीय राजनयिकों के नाम को क्यों घसीटा है? क्या जस्टिन ट्रूडो अपने देश में वोटबैंक की राजनीति कर रहे हैं? जानिए, भारत ने क्या जवाब दिया है।

भारत ने बयान में कहा है, 'इस पर जोर दिया गया है कि उग्रवाद और हिंसा के माहौल में ट्रूडो सरकार की कार्रवाइयों ने उनकी सुरक्षा को ख़तरे में डाला। हमें उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वर्तमान कनाडाई सरकार की प्रतिबद्धता पर कोई भरोसा नहीं है। इसलिए, भारत सरकार ने उच्चायुक्त और निशाना बनाए गए अन्य राजनयिकों और अधिकारियों को वापस बुलाने का फैसला किया है।'