आईआईएम बेंगलुरु और अहमदाबाद के शिक्षकों और छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा है कि अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़ रहे हैं और उनके खिलाफ नफरती बातें कही जा रही हैं। पत्र में कहा गया है कि प्रधानमंत्री की ऐसी घटनाओं को लेकर चुप्पी नफरत फैलाने वाली आवाजों को बढ़ावा देती है।
बता दें कि बीते कुछ दिनों में हरिद्वार में हुई धर्म संसद में मुसलमानों के नरसंहार की बातों से लेकर कर्नाटक में ईसाइयों पर हमले की घटनाएं हुई हैं। इसे लेकर सोशल मीडिया पर भी सरकार की आलोचना हुई है।
इसके अलावा बुल्ली बाई ऐप को लेकर भी सोशल मीडिया पर माहौल बेहद गर्म रहा है।
आगे कहा गया है कि ऐसे मामलों में आपकी चुप्पी के कारण देश की एकता और अखंडता को खतरा पैदा होता है। प्रधानमंत्री से अपील की गई है कि बांटने वाली ताकतों से देश को दूर रखें।
पत्र में कहा गया है कि हमारा संविधान हमें अपने धर्म को मानने की इजाजत देता है लेकिन ताजा हालात में देश में डर का माहौल है। बीते दिनों में धार्मिक स्थलों जैसे चर्च आदि पर हमले हुए हैं और मुसलमानों के खिलाफ हथियार उठाने की बातें हुई हैं। पत्र में कहा गया है कि हम ऐसा भारत बनाना चाहते हैं जो दुनिया में अपनी विविधताओं के लिए एक मिसाल बने।
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