रूस के द्वारा हमला करने के बाद भारत में यूक्रेन के राजदूत आइगोर पोलिखा ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दखल देने की मांग की है। राजदूत ने गुरूवार को कहा है कि भारत के रूस से विशेष संबंध हैं और भारत हालात को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभा सकता है। पोलिखा ने अपील की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से इस संबंध में बात करें।
यूक्रेन ने भारत के अलावा भी दुनिया के तमाम देशों से मदद मांगी है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भी रूस को रोकने की अपील की है।
जिस तरह रूस ने यूक्रेन पर हमला बोला है उससे साफ लगता है कि अब इस मामले में अमेरिका, नैटो के देशों सहित दुनिया की बड़ी ताकतों को दखल देना होगा वरना यह युद्ध इतनी जल्दी समाप्त नहीं होगा।
यूक्रेन के राजदूत पोलिखा ने कहा है कि रूस के द्वारा उसके सैन्य ठिकानों पर हमला किया जा रहा है और इस हमले में उसके कई नागरिकों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के सैन्य बलों ने रूस के पांच विमानों को मार गिराया है और कुछ हेलीकॉप्टर, टैंक को भी ध्वस्त कर दिया है।
राजदूत ने कहा कि भारत एक प्रभावशाली ताकत है और हम भारत से मदद की अपील करते हैं। हालांकि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस बात को कह चुके हैं कि दुनिया के बाकी देश उसकी सैन्य कार्रवाई में हस्तक्षेप ना करें वरना उन्हें इसके गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।
देखना होगा कि पुतिन की इस चेतावनी के बाद भी क्या भारत रूस से बात करेगा।
रूस के हमले के बाद जिस तरह से बड़ी संख्या में लोग यूक्रेन छोड़कर महफूज ठिकानों की तलाश में जा रहे हैं ऐसे में यह एक मानवीय संकट बनता जा रहा है। लगता है कि ऐसे हालात में दुनिया के बाकी देश सिर्फ प्रतिबंध लगाने तक सीमित नहीं रहेंगे और यूक्रेन की मदद के लिए आगे आएंगे।
हालांकि अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस सहित कई देशों ने रूस को पहले ही चेतावनी दे दी थी कि अगर उसने यूक्रेन पर हमला किया तो वह उसे इसका जोरदार जवाब देंगे लेकिन बावजूद इसके व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई कर दी।
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