आयकर विभाग ने फ़िल्म अभिनेता सोनू सूद के मुंबई व लखनऊ स्थित घरों व उनकी कंपनी के कार्यालयों का 'सर्वे' किया है।
सोनू सूद ने इसके कुछ दिन पहले ही आम आदमी पार्टी के नेता व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाक़ात की थी और केजरीवाल ने उन्हें दिल्ली स्कूलों के मेंटॉरशिप कार्यक्रम का ब्रांड एम्बेसेडर नियुक्त किया था।
बता दें कि एक दिन पहले ही प्रवर्तन निदेशालय यानी एनफ़ोर्समेंट डाइरेक्टरेट (ईडी) ने आम आदमी पार्टी को नोटिस जारी किया था। पहले आम आदमी पार्टी के नेता और अब कांग्रेस में शामिल हो चुके एक नेता के मामलों की जाँच करने के बाद ईडी ने यह नोटिस जारी किया था।
बीजेपी की सफाई
यह नोटिस मनी लॉन्डरिंग मामले से जुड़ा हुआ है।
सोनू सूद के यहाँ हुए सर्वे को आम आदमी पार्टी से उनके रिश्ते के साथ जोड़ा जा रहा है।
बीजेपी के प्रवक्ता आसिफ़ भामला ने इससे इनकार किया है। उन्होंने कहा,
“
आयकर सर्वे का इससे कोई मतलब नहीं है। कोई आदमी किसी से मिल सकता है। यह तो सिर्फ सर्च है, छापा नहीं। यह निश्चित जानकारी के आधार पर ही किया गया है।
आसिफ़ भामला, प्रवक्ता, बीजेपी
उन्होंने इसके आगे कहा, "यह कोई ज़रूरी नहीं कि जो व्यक्ति दान- पुण्य का काम करता है, उसने कोई गड़बड़ी न की हो। आयकर विभाग स्वतंत्र है और वह अपनी मर्जी से फ़ैसले लेता है।"
याद दिला दें कि इसके पहले सोनू सूद उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने कोरोना की पहली लहर के दौरान हुए लॉकडाऊन में फँसे लोगों को उनके घर पहुँचाने में मदद की थी। उन्होंने सैकड़ों लोगों को महाराष्ट्र और दूसरी जगहों से उनके बिहार व उत्तर प्रदेश स्थित गृह नगर तक ले जाने का इंतजाम किया था।
सोनू सूद की इससे काफी प्रतिष्ठा हुई थी और समाज के एक वर्ग के असली हीरो बन गए थे।
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