महाराष्ट्र में भले ही शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है, लेकिन बीजेपी को सरकार बनाने का न्यौता देने के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फ़ैसले की पड़ताल सुप्रीम कोर्ट में अभी भी जारी रहेगी। तो क्या राज्यपाल की भूमिका पर सुप्रीम कोर्ट का फिर ऐसा फ़ैसला आएगा जो एक नज़ीर बनेगा?
महाराष्ट्र: सरकार भले ही बन गई, पर राज्यपाल की 'अग्निपरीक्षा' अभी बाक़ी
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- 27 Nov, 2019
महाराष्ट्र में भले ही शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है, लेकिन बीजेपी को सरकार बनाने का न्यौता देने के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फ़ैसले की पड़ताल सुप्रीम कोर्ट में अभी भी जारी रहेगी।

यह सवाल इसलिए कि कोश्यारी ने 22 नवंबर की रात में ही राज्य में राष्ट्रपति शासन को हटा दिया था, सरकार बनाने का न्यौता दे दिया था और 23 नवंबर की सुबह एकाएका देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और अजीत पवार को उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिला दी थी। यह तब हुआ जब उसी दिन शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस सरकार बनाने की घोषणा करने वाली थीं। इसके बाद तीनों दलों ने राज्यपाल के इस फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। इस पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद ही तुरंत फ़्लोर टेस्ट किया गया और देवेंद्र फडणवीस सरकार को इस्तीफ़ा देना पड़ा। लेकिन राज्यपाल के निर्णय की क़ानूनी वैधता पर फ़ैसला आना अभी बाक़ी है।