loader

कोरोना पर 15 हज़ार करोड़ की इमरज़ेंसी फ़ंड योजना, पाँच साल में होगी पूरी 

कोरोना वायरस में जकड़े इस देश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई हुई है, लेकिन इसी बीच सरकार ने अब कोरोना से लड़ने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था मज़बूत करने की योजना पेश की है। यह योजना पाँच साल में पूरी होगी।

कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सरकार ने गुरुवार को विशेष पैकेज की घोषणा की है। इसने कहा है कि राष्ट्रीय और राज्य स्तर की स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए 15000 करोड़ रुपये की योजना लागू की जाएगी। इसमें पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा पैसा लगाया जाएगा। इसको सरकार ने कोविड-19 इमरजेंसी रिस्पांस एंड हेल्थ प्रिपेयर्डनेस पैकेज दिया है। इसको पाँच साल में तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा जारी एक बयान में यह कहा गया है। 

ताज़ा ख़बरें
बयान के अनुसार, सरकार ने कहा है कि पहला चरण जनवरी 2020 से जून 2020 तक होगा। दूसरा चरण जुलाई 2020 से मार्च 2021 तक का होगा और तीसरा चरण अप्रैल 2021 से मार्च 2024 तक होगा। केंद्र सरकार के इस फंड को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में बाँटा जाएगा। 

इस योजना के तहत फंड का इस्तेमाल कोविड-19 के लिए समर्पित हॉस्पिटल, आईसीयू, ऑक्सीज़न सप्लाई और मेडिकल सेंटर के लिए किया जाएगा। कुल फंड में से 7, 774 करोड़ रुपये का उपयोग कोविड-19 इमरजेंसी रिस्पांस के लिए किया जाएगा और बाक़ी को मध्यम अवधि यानी 1-4 वर्ष के लिए मिशन मोड के तहत किया जाएगा।

पहले चरण यानी इसी साल जून तक की जो योजना है उसमें हॉस्पिटल और सरकारी एंबुलेंसों का डिसइन्फ़ेक्शन करने, स्वास्थ्य कर्मियों के लिए ग्लव्स, कवरॉल जैसे पहनने वाले सूट यानी पीपीई किट और एन95 मास्क खरीदने की योजना भी शामिल है। 

देश से और ख़बरें

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के बयान के अनुसार, 'इमरजेंसी कोविड-19 रिस्पांस का उद्देश्य राष्ट्रीय और राज्य स्वास्थ्य प्रणालियों को मज़बूत करना है ताकि इसकी रोकथाम के लिए तैयारियाँ की जाएँ, आवश्यक चिकित्सा उपकरणों, खाने के सामान और दवाओं की खरीद की जा सके। इसके साथ ही निगरानी गतिविधियों को मज़बूत किया जा सके, प्रयोगशालाएँ स्थापित की जा सकें और बायो-सिक्योरिटी की तैयारियाँ की जा सकें।'

बता दें कि देश भर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या क़रीब 6000 होने को है और 169 लोगों की मौत हो गई है। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश भर में लॉकडाउन किया गया है। इसके साथ ही कई और उपाय भी किए जा रहे हैं। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

इंडिया गठबंधन से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें