ज़िला निर्वाचन अधिकारी ने शनिवार को प्रज्ञा सिंह ठाकुर को आदर्श चुनाव आचरण संहिता के उल्लंघन के मामले में नोटिस दिया था। उन्हें जवाब देने के लिए एक दिन का समय दिया गया था। साध्वी ने रविवार शाम को ज़िला निर्वाचन अधिकारी के सामने अपना जवाब पेश कर दिया था। जवाब में कई ‘किन्तु-परंतु’ के अलावा साध्वी ने नोटिस पर ही सवाल भी खड़े किए थे।
साध्वी के इस बयान पर हुई है एफ़आईआर
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अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण जल्द किया जायेगा, बाबरी ढाँचा तोड़ने भी तो हम ही गये थे। ...मैंने चढ़कर तोड़ा था ढाँचा, इस पर मुझे भयंकर गर्व है। मुझे ईश्वर ने शक्ति दी थी, हमने देश का कलंक मिटाया है।
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, बीजेपी उम्मीदवार और मालेगाँव धमाके की अभियुक्त
प्रज्ञा सिंह अध्याय चार की दोषी
ज़िला निर्वाचन अधिकारी ने एक समाचार चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहे गये उपरोक्त अंशों का वीडियो विशेष तौर पर देखा। ज़िला निर्वाचन अधिकारी ने इसे और अन्य विवादित बयानों पर ग़ौर फरमाने के बाद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को आदर्श चुनाव आचार संहिता के अध्याय चार का दोषी क़रार दिया है। जानकारों का कहना है कि अध्याय चार के प्रावधानों का बार-बार उल्लंघन और गंभीर चूक पर चुनाव आयोग को प्रत्याशी के ख़िलाफ़ कई तरह की सख़्त कार्रवाई करने का हक है।
मायावती ने साधा निशाना
बसपा सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बाबरी मसजिद ढाँचे को गिराने समेत अन्य विवादित बयानों को लेकर भाजपा और भोपाल की प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह को निशाने पर लिया है। एक ट्वीट के ज़रिये धर्मयुद्ध के साध्वी के बयान पर कटाक्ष करते हुए मायावती ने कहा है, ‘आरएसएस का असली चेहरा लगातार बेनकाब हो रहा है।’ मायावती ने कहा, ‘आयोग केवल नोटिस भर क्यों जारी कर रहा है उसे तो प्रज्ञा का नामांकन रद्द करने की कार्रवाई करना चाहिए।’ हालांकि सुबह जब मायावती ने ट्वीट किया था तब तक प्रज्ञा सिंह का नामांकन दाखिल नहीं हुआ था।
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