कुछ दिन पहले ही गुजरात के भुज में स्थित एक हॉस्टल से ख़बर आई थी कि एक कॉलेज की 68 छात्राओं के कपड़े उतारकर इस बात की जांच की गई थी, उनमें से किस लड़की को पीरियड्स हो रहे हैं। हॉस्टल में गंदा सैनिटरी पैड मिलने के बाद कॉलेज ने नियमों का हवाला देते हुए छात्राओं की निर्वस्त्र कर जांच की थी। ऐसे ही एक और घटना गुजरात के सूरत से सामने आई है। अंग्रेजी अख़बार ‘द टाइम्स ऑफ़ इंडिया’ (टीओआई) के मुताबिक़, सूरत नगर निगम की कुछ महिला ट्रेनी क्लर्क ने आरोप लगाया है कि मेडिकल जांच के लिये एक अस्पताल में उन्हें काफी देर तक निर्वस्त्र करके खड़ा रखा गया। यह भी आरोप है कि स्त्री विभाग की डॉक्टर्स ने इस दौरान महिलाओं से आपत्तिजनक सवाल भी पूछे। कुछ महिलाओं ने लेडी डॉक्टर्स पर बेहद ख़राब व्यवहार करने का आरोप लगाया।