लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद पेश किए गए मोदी सरकार के पहले बजट में गाँवों और किसानों के लिए कई घोषणाएँ की गई हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में कहा कि सही भारत गाँवों में ही बसता है और उनकी सरकार की हर योजना का केंद्र बिंदु गाँव और किसान होगा। उन्होंने कहा कि किसानों का जीवन और व्यवसाय आसान बनाने के लिए सरकार ठोस क़दम उठाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी पिछले पाँच साल में कहते रहे हैं कि वह आज़ादी के 75 साल पूरे होने पर यानी 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करना चाहते हैं। निर्मला सीतारमण ने भी अपने भाषण में इसे दोहराया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाने पर काम करेगी।
क्या बजट सुधार पाएगा गाँवों, किसानों की दशा?
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- 5 Jul, 2019
बजट में गाँवों, और किसानों के लिए कई घोषणाएँ की गई हैं। लेकिन क्या वास्तव में उनकी हालत सुधरेगी।
