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शिक्षा मंत्री ने माना यूजीसी नेट पेपर टेलीग्राम पर लीक हुआ; सीबीआई केस दर्ज

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पहली बार माना है कि यूजीसी-नेट परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया था। एक दिन पहले मंगलवार को ही हुई यूजीसी नेट की परीक्षा को बुधवार को यह कहते हुए रद्द कर दिया गया था कि गड़बड़ी की आशंका है। मंत्री ने गुरुवार को माना कि जांच से पता चला है कि प्रश्न पत्र ‘डार्कनेट’ में लीक हो गया था। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर प्रसारित प्रश्न पत्र मूल प्रश्न पत्र से मेल खाता था। इधर देर शाम को यूजीसी-नेट मामले में सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया। 

नीट में अनियमितताओं और यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द होने के कारण आलोचनाओं का सामना कर रहे शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उनकी यह प्रेस कॉन्फ्रेंस कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा तीखा हमला किए जाने के बाद हुई। कांग्रेस शुक्रवार को पेपर लीक मामले को लेकर देश भर में प्रदर्शन करने वाली है।

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यूजीसी नेट को रद्द करने और नीट मुद्दे पर आलोचनाएँ झेल रहे धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मंत्रालय नीट यूजी 2024 के कथित पेपर लीक के संबंध में बिहार पुलिस के साथ नियमित संपर्क में है। मंत्री ने कहा कि अब तक की गई जांच में कुछ क्षेत्रों में गड़बड़ियों के सबूत मिले हैं। उन्होंने छात्रों को आश्वासन दिया कि सुरक्षा उल्लंघन में शामिल सभी लोगों को दंडित किया जाएगा। प्रधान ने एक उच्च स्तरीय समिति के गठन की घोषणा की जो मामले की जांच करेगी और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी यानी एनटीए के कामकाज को भी देखेगी।

धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि एक उच्च स्तरीय समिति बनाई जाएगी और छात्रों का हित सरकार की पहली प्राथमिकता है। बता दें कि एनटीए द्वारा आयोजित दोनों परीक्षाओं में 30 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे और मंत्री की टिप्पणी उस दिन आई जब छात्रों ने दिल्ली में प्रधान के घर के बाहर सहित देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया। कुछ को हिरासत में भी लिया गया है।

गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधान ने कहा, 'मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार छात्रों के हितों को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम इसके साथ या पारदर्शिता के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे। जहां तक ​​नीट परीक्षाओं का सवाल है, हम बिहार सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं और पटना पुलिस हमें जल्द ही एक विस्तृत रिपोर्ट भेजेगी। 

इससे पहले राहुल गांधी ने नीट और यूजीसी नेट के मामले में मोदी सरकार पर क़रारा हमला किया। उन्होंने कहा है कि देश में लगातार पेपर लीक हो रहे हैं। कांग्रेस ने कहा कि पहले जहां नीट पेपर लीक से लाखों छात्रों का भविष्य अधर में है, वहीं अब यूजीसी-नेट की परीक्षा भी रद्द कर दी गई है। राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मध्य प्रदेश में व्यापम घोटाला हुआ, जिसे नरेंद्र मोदी पूरे देश में फैला रहे हैं। 

राहुल ने कहा कि दावा किया जाता है कि मोदी युद्ध रुकवा देते हैं, लेकिन वह पेपर लीक नहीं रुकवा पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 'कहा जा रहा था कि नरेंद्र मोदी जी ने रुस व यूक्रेन के बीच और इज़राइल व गज़ा के बीच में जो लड़ाई चल रही थी, उसको भी रोक दिया था। लेकिन देश में जो पेपर लीक हो रहे हैं उसको रोक नहीं पा रहे हैं या रोकना नहीं चाहते हैं।'

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राहुल ने कहा, 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान हजारों छात्रों ने पेपर लीक की शिकायत की थी। अब देश में नीट और यूजीसी-नेट के पेपर लीक हुए हैं। पेपर लीक एक एंटी नेशनल गतिविधि है, क्योंकि इससे युवाओं को जबरदस्त चोट पहुंचती है। इसलिए पेपर लीक के जिम्मेदारों को पकड़ा जाना चाहिए और उनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए।'

कांग्रेस नेता ने कहा कि पेपर लीक का कारण है कि बीजेपी ने पूरे सिस्टम को कैप्चर कर रखा है। उन्होंने कहा कि जब तक ये कैप्चर रिवर्स नहीं होगा, पेपर लीक चलता रहेगा। राहुल ने कहा, 'मैं संस्थागत कैप्चर की बात करता हूँ। हिंदुस्तान की अलग-अलग जो संस्थाएँ हैं, उनकी बात की। यही शैक्षणिक संस्थाओं में भी हो रहा है।'

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राहुल गांधी ने कहा कि पेपर लीक का कारण है कि सभी वाइस चांसलर, एजुकेशन सिस्टम को बीजेपी के लोगों ने, उनके पितृ संस्थाओं ने कैप्चर कर रखा है। उन्होंने कहा, 'जब तक ये कैप्चर रिवर्स नहीं किया जाएगा तब तक पेपर लीक चलता जाएगा। इस कैप्चर को फैसिलिटेट नरेंद्र मोदी जी ने किया है।'

कांग्रेस नेता ने कहा, 'आज एक संगठन ने शिक्षा के सिस्टम को कैप्चर कर लिया है। वे हर पोस्ट पर अपने ही लोगों को बैठाते हैं। हमें इस सिस्टम को रिवर्स करना होगा।'

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क़मर वहीद नक़वी
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