दिल्ली के पत्रकारों ने राजदीप सरदेसाई, मृणाल पांडेय और दूसरे पत्रकारों पर 26 जनवरी को हुई ट्रैक्टर परेड की कवरेज को लेकर दर्ज कराई गई एफ़आईआर को निष्पक्ष भारतीय मीडिया का मुँह बंद करने की कोशिश बताया है।