क्या है मामला?
वाड्रा पर आरोप है कि वह लंदन में 19 लाख पौंड के एक फ़्लैट खरीदने के लिए ग़लत तरीके से पैसे विदेश ले गए। वाड्रा ने तमाम आरोपों को खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने चिदंबरम के मामले में कहा था कि बीजेपी बदले की भावना से काम कर रही है और उनके लोगों को फँसा रही है। कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने पहले कई बार कहा है कि वाड्रा के ख़िलाफ़ जाँच हो, लेकिन अमित शाह के बेटे जयेश शाह के ख़िलाफ़ भी जाँच होनी चाहिए।वाड्रा के वकील ने कहा, 'आरोप स्वीकार नहीं करने का मतलब यह नहीं है कि वह सहयोग नहीं कर रहे हैं।' वकील ने यह भी कहा कि वाड्रा को जब भी बुलाया गया है, वह ख़ुद ईडी दफ़्तर गए हैं, सहयोग नहीं करने का आरोप उन पर नहीं लग सकता है।
पहले भी हुई थी पूछताछ
अदालत ने अंतिम सुनवाई की तारीख़ 5 नवंबर तय की है। इसके पहले प्रवर्तन निदेशालय ने रॉबर्ट वाड्रा को अपने दफ़्तर बुला कर पूछताछ की। दो अलग-अलग दिन वह ईडी दफ़्तर गए और उनसें घंटों पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान ईडी का पूरा ध्यान हथियारों के कथित बिचौलिए संजय भंडारी और उनके लोगोें के साथ रॉबर्ट वाड्रा के रिश्तों का बारे में जानकारी इकट्ठी करना था।सूत्रों का कहना है कि वाड्रा ने संजय भंडारी से किसी तरह के रिश्ते से इनकार कर दिया। समझा जाता है कि इसके बाद अफसरों ने रॉबर्ट वाड्रा को वह ई-मेल दिखाया जो वाड्रा ने चड्ढा को लिखा था। वाड्रा ने इस ई-मेल में कहा था, 'मैं यह मामला सुबह देखूँगा और मनोज से कहूँगा कि वह मामला सुलटा ले।' बुधवार को हुई पूछताछ के दौरान रॉबर्ट वाड्रा ने मनोज अरोड़ा को जानने की बात स्वीकार की थी। मनोज अरोड़ा पहले वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट हॉस्पीटैलिटी में काम करते थे।
सवाल यह उठता है कि क्या वाड्रा संजय भंडारी के मामले में झूठ बोल रहे हैं? साल 2016 में जब ईडी ने हवाला कारोबार के शक में भंडारी के दिल्ली में डिफेन्स कॉलोनी स्थित फ़्लैट पर छापा मारा था तो पाया था कि भंडारी ने वाड्रा को कई ई-मेल किए थे। भंडारी ने यह भी कहा था कि वह वाड्रा के क़रीब हैं।
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