कोरोना संकट के कारण आम भारतीयों से लेकर सरकारों तक की आर्थिक हालत भी ख़राब थी तो क्या राजनीतिक दलों के साथ भी ऐसा ही था? क्या उनको तब राजनीतिक चंदा मिला? इस सवाल का जवाब चुनाव आयोग द्वारा जारी आँकड़ों में ही मिल जाता है।