कांग्रेस नेता की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने अदालत से कहा कि उनके मुवक्किल की हालत बेहद ख़राब है और उन्हें कभी भी दिल का दौरा पड़ सकता है, इसलिए उन्हें जमानत दी जानी चाहिए।
विशेष जज अजय कुमार ने ईडी को आदेश दिया कि वह डीके शिवकुमार को पहले अस्पताल ले जाये और यह देखे कि क्या डॉक्टर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने के बारे में क्या कहते हैं। अदालत में जाँच एजेंसी ने दावा किया कि उसकी जाँच अभी पूरी नहीं हुई है और उसे न्यायिक हिरासत में कांग्रेस नेता से पूछताछ की इजाजत दी जाए।
सिंघवी ने कहा कि ईडी को शिवकुमार के यहाँ छापों के दौरान सिर्फ़ 41 लाख रुपये मिले थे न कि 8.5 करोड़। सिंघवी ने आश्चर्य जताया कि अब यह राशि बढ़कर 143 करोड़ हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रही है और जाँच के बारे में अदालत के सामने झूठ बोल रही है।
कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार जब तक चली, इसे बचाने में डीके शिवकुमार का अहम योगदान रहा। डीके शिवकुमार के समर्थन में हाल ही में पूरे कर्नाटक में कांग्रेस ने जोरदार प्रदर्शन किया था। गुजरात में जब राज्यसभा का चुनाव हुआ था तो कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल को जिताने में भी शिवकुमार का अहम रोल रहा था।
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